हैल्लो दोस्तों अगर आप स्टेनोग्राफर बनना चाहते हैं और अगर आप स्टेनोग्राफर बनने की पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें। यहां विस्तार से बताया गया कि स्टेनोग्राफर क्या होता है। स्टेनोग्राफर कैसे बनें? स्टेनोग्राफर कोर्स की अवधि और स्टेनोग्राफर बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए आदि।
स्टेनोग्राफर क्या होता है |
Table of Contents (toc)
Stenographer Kya Hota Hai
स्टेनोग्राफर का अर्थ है वह व्यक्ति जो शॉर्टहैंड या स्पीड राइटिंग द्वारा लिखता है। वे कुछ विशेष कोडों का प्रयोग करके किसी भी भाषा या बड़े वाक्यों को बहुत ही कम शब्दों में लिख देते हैं। उनका काम है कि उन्हें सुना गया स्पीच या डिक्टेशन को शॉर्टहैंड के द्वारा लिखना होता है। और स्टेनो मशीन का उपयोग कम शब्दों में बड़ा भाषण लिखने के लिए करते हैं।
एक स्टेनोग्राफर अदालतों, सरकारी संस्थानों, समाचार पत्रों में काम करता है। स्टेनोग्राफर बोले गए शब्दों को उच्च गति से टाइपराइटर मशीन से लिखता है।
स्टेनोग्राफर को टाइपिंग का विशेष ज्ञान होता है। स्टेनोग्राफर की डिमांड दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। सरकारी पदों पर स्टेनोग्राफर का चयन एसएससी के माध्यम से होता है। स्टेनोग्राफर के लिए नौकरी के सर्वोत्तम अवसर अदालतों, सरकारी कार्यालयों आदि में हैं।
स्टेनोग्राफर की आवश्यकता ऐसी सभी जगहों पर होती है जहाँ किसी के द्वारा बोले गए शब्दों को लिखना और रिकॉर्ड करना होता है। ये आशुलिपिक विशेष चिन्हों की सहायता से बोले गए वाक्यों को संक्षिप्त रूप में लिखते हैं। आइए जानते हैं कि स्टेनोग्राफर बनने के लिए क्या करना पड़ता है। इसके लिए योग्यता मानदंड क्या है।
स्टेनोग्राफर बनने के लिए योग्यता।
एसएससी स्टेनोग्राफर बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता के तहत देखा जाता है कि आप किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास हैं।
आयु सीमा – स्टेनोग्राफर बनने के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 27 वर्ष के बीच होनी चाहिए। हालांकि आरक्षित वर्ग के लिए आयु सीमा में कुछ वर्ष की छूट का भी प्रावधान है।
सबसे पहले आपको स्टेनो टाइपिंग सीखनी होगी। इसके लिए आप पॉलिटेक्निक कॉलेज या आईटीआई में प्रवेश ले सकते हैं। या आप किसी निजी संस्थान से प्रशिक्षण ले सकते हैं।
स्टेनो टाइपिंग सीखने के बाद आपको अपनी टाइपिंग स्पीड बढ़ानी होगी। स्टेनो बनने के लिए हिंदी में कम से कम 80 शब्द प्रति मिनट और अंग्रेजी में 80 शब्द प्रति मिनट की स्पीड मांगी जाती है।
स्टेनोग्राफर कोर्स कितने साल का होता है।
स्टेनोग्राफर डिप्लोमा कोर्स 1 से 2 साल का हो सकता है।
स्टेनो कोर्स फीस कितनी होती है।
आपको बतादें कि इसकी फीस हर जगह अलग-अलग होती है, अगर आप प्राइवेट कॉलेज से स्टेनो कोर्स करते हैं तो आपको हर साल करीब 10,000 से 50 000 हजार रुपए देने पड़ सकते हैं और अगर आप सरकारी कॉलेज से करते हैं तो आपको बहुत कम खर्च करना पड़ता है, जो आप आसानी से कर सकते हैं। अगर आप स्टेनोग्राफर के लिए कोचिंग सेंटर ज्वाइन करते हैं तो फीस 5 हजार से 15 हजार रुपए के बीच हो सकती है। यह हर जगह कम ज्यादा हो सकती है, आप जिस कोचिंग से जुड़ रहे हैं, उससे पता करें। तो यह बेहतर होगा।
स्टेनोग्राफर चयन प्रक्रिया क्या है।
स्टेनोग्राफर की चयन प्रक्रिया दो चरणों में पूरी की जाती है। लिखित परीक्षा और आशुलिपि परीक्षण।
लिखित परीक्षा – लिखित परीक्षा में आमतौर पर सामान्य ज्ञान, सामान्य अंग्रेजी, हिंदी, सामान्य गणित और रीजनिंग से प्रश्न पूछे जाते हैं। आपको सामान्य ज्ञान पर विशेष ध्यान देना होगा क्योंकि इस भाग में अधिकांश उम्मीदवारों को कम अंक मिलते हैं, आप सामान्य ज्ञान और गणित में अच्छे अंक प्राप्त कर लिखित परीक्षा में सफल हो सकते हैं।
आशुलिपि परीक्षण (शॉर्टहैंड टेस्ट) – लिखित परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को शॉर्टहैंड टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। दोनों परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।
स्टेनोग्राफर सिलेबस।
इस परीक्षा में 3 सेक्शन होते हैं
- General Intelligence and Reasoning
- General Awareness
- English Language and Comprehension
पहले दो सेक्शनों में 50-50 प्रश्न पूछे जाते हैं।
जबकि इंग्लिश लैंग्वेज और कॉम्प्रिहेंशन में 100 प्रश्न होते हैं। इस पेपर को 2 घंटे में हल करना होता है। दृष्टिबाधित उम्मीदवारों को 40 मिनट का अतिरिक्त समय मिलता है।
इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक के अनुसार कटौती की जाएगी।
लिखित परीक्षा के बाद स्किल टेस्ट होता है।
जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग सिलेबस।
- Analogies, similarities, and differences
- Problem-solving
- Space Visualization
- Judgment
- Analysis
- Decision Making
- Visual Memory
- Relationship Concepts
- Arithmetical Reasoning
- Verbal and Figure Classification
- Discriminating Observation
- Arithmetical Number Series, Non-Verbal Series etc.
जनरल अवेयरनेस।
- भारत और उसके पड़ोसी देश।
- खासकर खेल से संबंधित।
- इतिहास, संस्कृति, भूगोल, इकनोमिक।
- भारतीय संविधान, और वैज्ञानिक अनुसंधान आदि सहित सामान्य राजनीति।
Skill Test for Stenographer Exam
- स्किल टेस्ट के लिए केवल लिखित परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को बुलाया जाता है।
- आपको बतादें कि स्टेनोग्राफी टेस्ट में किसी भी श्रेणी के छात्रों के लिए कोई आरक्षण नहीं है।
- स्किल टेस्ट में सम्मिलित होना अनिवार्य है।
- स्किल टेस्ट 10 मिनट का होता है। इसमें उम्मीदवार भाषा (अंग्रेजी/हिंदी) का चयन कर सकते हैं। ग्रेड सी के लिए 100 शब्द प्रति मिनट और ग्रुप डी के लिए 80 शब्द प्रति मिनट होता है।
- जिन्होनें स्टेनोग्राफी टेस्ट का माध्यम हिंदी चयनित किया है को उनके जोइनिंग होने के बाद अंग्रेजी स्टेनोग्राफी सीखना जरुरी है और इसके विपरीत भी सही है।
- दृष्टिबाधित स्टेनोग्राफर ग्रेड डी पोस्ट के लिए ट्रांसक्राइब करने के लिए अंग्रेजी शॉर्टहैंड के लिए 75 मिनट और हिंदी शॉर्टहैंड के लिए 100 मिनट और ग्रेड सी पोस्ट के लिए अंग्रेजी शॉर्टहैंड टेस्ट के लिए 70 मिनट और हिंदी शॉर्टहैंड टेस्ट के लिए 95 मिनट का समय दिया जाएगा।
- स्किल टेस्ट ज्यादातर रीजनल या सब – रीजनल कार्यालयों में होता है।
एसएससी स्टेनोग्राफर परीक्षा की तैयारी कैसे करें।
- तैयारी स्वयं या अच्छे लोगों के मार्गदर्शन में करनी चाहिए।
- परीक्षा से पहले कम से कम 3 बार रिवीजन करें।
- पिछले वर्ष के प्रश्नों को हल करें, जिससे आपको प्रश्न का अंदाजा तो होगा ही, साथ ही आपको अपने स्तर का भी पता चलेगा।
- टेस्ट सीरीज ज्वाइन करें। अगर पास में टेस्ट सीरीज सेंटर नहीं है तो दोस्तों के साथ ग्रुप बनाएं।
- परीक्षा हॉल में हमेशा ऐसे सेक्शन से शुरुआत करें जिसमें आप अधिकतम अंक प्राप्त कर सकें।
- ऐसे प्रश्न पर ध्यान न दें जिसमें कोई पुष्टि न हो। इसके बजाय आप अगले प्रश्न पर जा सकते हैं।
- जनरल अवेयरनेस को हल करने का आदर्श समय 20 मिनट है, जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग के लिए 35 मिनट और अंग्रेजी भाषा और कॉम्प्रिहेंशन के लिए 65 मिनट। कम से कम समय में प्रश्न को हल करने का हर संभव प्रयास करें ताकि सभी प्रश्नों को हल करने का प्रयास किया जा सके।
- प्रश्न पत्र को समय से पहले हल करने का प्रयास करें। जिससे आप Recheck कर सकते हैं।
- परिणाम गणित और अंग्रेजी पर निर्भर करता है। ऐसे में केवल ऐसे ही प्रश्नों को हल करें जिनका उत्तर पक्का सही हो। नेगेटिव मार्किंग का ध्यान रखना है। याद रखें, प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जाएंगे।
- कॉम्प्रिहेंशन सेक्शन बहुत आसान होता है। इसलिए ध्यान से पढ़ें और सभी प्रश्नों के सही उत्तर देने का प्रयास करें।
- रीजनिंग भाग में समय लगता है, इसलिए इस भाग को हल करते समय समय का ध्यान रखें।
- आप सामान्य ज्ञान की तैयारी के लिए मैगज़ीन फॉलो कर सकते हैं। जैसे प्रतियोगिता दर्पण, मनोरमा।
- इसके अलावा आप ल्यूसेंट जनरल नॉलेज को फॉलो कर सकते हैं, इससे बेहतर स्कोर करने में काफी मदद मिल सकती है। ल्यूसेंट सामान्य ज्ञान दोनों भाषाओं (अंग्रेजी और हिंदी) में उपलब्ध है।
- डेली रूटीन में न्यूज रीडिंग को शामिल करें।