आईटीआई फिटर ट्रेड एक ऐसा औद्योगिक प्रशिक्षण ट्रेड है, जो उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो मशीनों और उपकरणों की रिपेयर और मेंटेनेंस करना चाहते हैं।
यह ट्रेड छात्रों को पाइप फिटिंग, ड्रिलिंग,, मैकेनिकल, ड्राफ्टिंग और सीएनसी मशीनों के बारे में सिखाता है।
इस आर्टिकल में हम बात करेंगे ITI Fitter Me Kitne Subject Hote Hai, ITI फिटर में कौन कौन सा काम आता है। तो पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
ITI Fitter Subjects |
Table of Contents (toc)
ITI Fitter Me Kitne Subject Hote Hai
अब जानते हैं कि आईटीआई फिटर में कितने सब्जेक्ट होते हैं तो आईटीआई फिटर में आपको पूरे 5 सब्जेक्ट मिलते हैं, जिनकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- Professional Knowledge (Trade Theory)
- Professional Skill (Trade Practical)
- Employability Skills
- Workshop Science And Calculation
- Engineer Drawing
Professional Knowledge (Trade Theory)
ITI फिटर ट्रेड थ्योरी में आपको तकनीकी जानकारी दी जाती है और खास बात यह है कि इस सब्जेक्ट में आपको प्रैक्टिकल रूप से कुछ भी नहीं दिखाया जाता है, इसमें केवल आपको बोर्ड पर समझा जाता है और आपको क्लास रूम में बैठकर पढ़ना होता है।
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि आईटीआई में सभी पढ़ाई प्रैक्टिकली दिखाई जाती है, लेकिन Trade Theory सब्जेक्ट में आपको सिर्फ बोर्ड पर ही समझाया जाता है।
इस सब्जेक्ट में, छात्रों को फिटर ट्रेड से जुड़े विभिन्न विषयों जैसे: Trade Introduction, Safety Precautions, Measurement और Measuring Instruments, Common Hand Tools, Marking और Marking Tools, Properties of Metals, Drilling Machine, Forging Heat Treatment, Solder Welding, Sheet Metal Work, Drill, Reaming, Screw, Threads, Grinding, Interchangeability, Metals, Scraping, Precision Measuring Instruments, Plant Maintenance, Assembly और इससे सम्बंधित कई तकनीक के बारे में पढ़ाया जाता है।
Professional Skill (Trade Practical)
आईटीआई फिटर ट्रेड में फिटर ट्रेड प्रैक्टिकल सब्जेक्ट छात्रों को फिटर ट्रेड से जुड़े अलग – अलग स्किल और कौशलों को सीखाने के लिए एक महत्वपूर्ण सब्जेक्ट है। इस सब्जेक्ट में, छात्रों को अपने ट्रेड के कामों के लिए असली एक्सपीरियंस होता है।
फिटर ट्रेड प्रैक्टिकल सब्जेक्ट में छात्रों को टूल और इनस्ट्रुमेंट का उपयोग करना सिखाया जाता है। इसके अलावा, उन्हें फिटरिंग के लिए ड्राइंग बनाना, ड्रिलिंग, ग्राइंडिंग, टर्निंग, मिलिंग, वेल्डिंग, सॉल्डरिंग और अन्य फिटरिंग ऑपरेशन करना सिखाया जाता है।
इसमें पढाई को आपको प्रैक्टिकल रूप में करके दिखाया जाता है इससे किसी भी छात्र के लिए इसे समझना बहुत आसान हो जाता है
फिटर ट्रेड प्रैक्टिकल सब्जेक्ट में, छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले फिटरिंग बनाने के लिए अनुभव प्राप्त होता है, जो उन्हें उद्योग में अच्छी नौकरी के लिए तैयार करता है।
फिटर ट्रेड प्रैक्टिकल सब्जेक्ट को अच्छी तरह से समझना छात्रों के लिए बेहद आवश्यक है क्योंकि यह उन्हें फिटरिंग फील्ड में काम करने के लिए बेहतर स्किल विकसित करने में मदद करता है।
इस सब्जेक्ट के माध्यम से, छात्रों को वास्तविक कार्यों के लिए तैयार करने में मदद मिलती है जो कि उन्हें उद्योग में अधिक उपयोगी बनाता है।
फिटर ट्रेड प्रैक्टिकल सब्जेक्ट छात्रों को अपने ट्रेड के कामों के लिए तैयार करता है जिससे वे अपने भविष्य के लिए एक सफल फिटर बन सकते हैं।
Employability Skills
फिटर Employability Skills सब्जेक्ट, ITI फिटर ट्रेड के छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। यह सब्जेक्ट छात्रों को विभिन्न कौशल और क्षमताओं का विकास करने में मदद करता है जो उन्हें उद्योग में अधिक उपयोगी बनाता है।
इस सब्जेक्ट के माध्यम से, छात्रों को देख-रेख, टीम वर्क, समस्या समाधान कौशल, और अन्य महत्वपूर्ण स्किल का विकास होता है जो कि उन्हें उद्योग में सफलता प्राप्त करने में मदद करते हैं।
इस सब्जेक्ट में छात्रों को समय मैनेजमेंट के बारे में सिखाया जाता है जो कि उन्हें उद्योग में रेस्पोंसिबल कार्यों के लिए तैयार करता है।
छात्रों को यह भी सीखाया जाता है कि कैसे संभावित (Potential) वेकन्स के लिए जॉब एप्लीकेशन लिखा जाता है और इंटरव्यू के लिए तैयारी कि जाती है। इसमें आपको Communication Skills और भी बहुत सारी चीजें पढ़ाई जाती है।
इस सब्जेक्ट का उद्देश्य छात्रों को उद्योग में सफलता प्राप्त करने के लिए अपने स्किल्स को विकसित करना होता है।
Workshop Science And Calculation
इस सब्जेक्ट में आपको गणित पढ़ाया जाता है, लेकिन याद रहे कि इस गणित में आपको ITI फिटर से संबंधित तकनीकी के बारे में पढ़ाया जाता है। सब्जेक्ट छात्रों को भौतिकी, गणित और विज्ञान की स्टडी से सम्बन्धित स्किल्स का विकास करता है। जो कि 10वीं कक्षा में आपको सिखाया जाता है यह भी उसी तरह ही होता है।
छात्रों को विभिन्न उपकरणों जैसे लेथ मशीन, मिलिंग मशीन, ग्राइंडिंग मशीन, ड्रिल मशीन आदि के उपयोग से कैसे काम करना है और उन्हें उनके उपयोग से उपयोगी चीजें बनाने का तरीका सिखाया जाता है, साथ ही, यह सब्जेक्ट छात्रों को बेसिक मैथमेटिकल स्किल्स जैसे प्रतिशत, अनुपात, समान्तर आदि का विकास करता है।
Engineer Drawing
दोस्तों ड्रॉइंग का मतलब तो आप अच्छे से समझ ही गए होंगे क्योंकि आपने बचपन में बहुत सारी ड्रॉइंग्स बनाई होंगी, लेकिन यह Engineer Drawing सब्जेक्ट छात्रों को इंजीनियरिंग ड्राइंग को समझने में मदद करता है, जो उन्हें मशीनों, उपकरणों और प्रोडक्ट्स को बनाने में मदद करता है।
छात्रों को यह सिखाया जाता है कि कैसे विभिन्न उपकरणों, मशीनों और प्रोडक्ट्स के डिजाइन को समझा जाए और कैसे उन्हें निर्मित किया जाए।
इस सब्जेक्ट में आपको Free Hand Drawing, Symbolic Presentation, Lines, Drawing Instruments, Construction of Scale and Diagonal Scale, Scale, Drawing of Solid, Shapes, Orthographic, Projection के बारे में बताया जाता है।
आईटीआई में फिटर का क्या काम होता है ?
ITI फिटर ट्रेड में पढ़ाई करने वाले छात्रों को अलग – अलग इंडस्ट्री और फील्ड में काम करने के लिए तैयार किया जाता है। इनमें से कुछ प्रमुख काम निम्नलिखित हैं:
- मशीन ऑपरेटर: फिटर ट्रेड के छात्रों को विभिन्न प्रकार की मशीनों के ऑपरेटर के रूप में काम करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
- मशीन तकनीशियन: फिटर ट्रेड में पढ़ाई करने वाले छात्रों को मशीनों की समस्याओं के लिए तकनीशियन के रूप में तैयार किया जाता है।
- मैन्टेनेंस इंजीनियर: फिटर ट्रेड के छात्रों को इंजन मैन्टेनेंस करने का काम सिखाया जाता है। वे उन नुकसानों को ठीक कर सकते हैं जो इंजन को नुकसान पहुंचाते हैं।
- स्ट्रक्चर तकनीशियन: फिटर ट्रेड में पढ़ाई करने वाले छात्रों को स्ट्रक्चर तकनीशियन के रूप में तैयार किया जाता है। इसमें वे मेटल वर्किंग और वेल्डिंग की तकनीकों का ज्ञान हासिल करते हैं।
- फिटिंग: फिटर ट्रेड के छात्रों को विभिन्न प्रकार की फिटिंग से जुड़ा हुआ काम सिखाया जाता है जैसे – मशीनें फिट करना और पाइप फिटिंग इत्यादि।
ITI FITTER कोर्स कितने साल का होता है?
ITI FITTER कोर्स की अवधि 2 साल की होती है जिसमें कुल 4 सेमेस्टर होते हैं हर एक सेमेस्टर 6 महीने में पूरा हो जाता है।
यह एक औद्योगिक प्रशिक्षण कोर्स है जो उम्मीदवारों को मशीनों और उपकरणों के रिपेयर, मेंटेनेंस और इंस्टॉलेशन के लिए तैयार करता है। ITI FITTER कोर्स के लिए योग्यता 10वीं उत्तीर्ण होना होता है।
FAQ – ITI फिटर में कितने सब्जेक्ट होते है ?
Q.1 ITI Fitter में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
Ans – ITI Fitter कोर्स में कुल मिलाकर 5 सब्जेक्ट होते हैं।
Q.2 ITI Fitter के सब्जेक्ट में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
Ans – ITI Fitter के पांच मुख्य सब्जेक्ट होते हैं – Trade Theory, Engineering Drawing, Workshop Calculation & Science, Employability Skills, Trade Practical
Q.3 ITI Fitter में कौन से सब्जेक्ट सबसे महत्वपूर्ण होते हैं?
Ans – ITI Fitter में सभी सब्जेक्ट महत्वपूर्ण होते हैं। हालांकि, प्रोफेशनल लाइफ में सब्जेक्ट में से ट्रेड थ्योरी, Trade Practical और इंजीनियरिंग ड्राइंग आपके लिए अधिक महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
Q.4 ITI Fitter में Employability Skills सब्जेक्ट में क्या सिखाया जाता है ?
Ans – इसमें पर्सनल स्पीच कौशल,पेरोफेशनल कम्युनिकेशन स्किल्स, कॉम्यूनिकेशन स्किल्स और अन्य संबंधित विषय शामिल होते हैं। इन विषयों को सीखने से आपकी नौकरी ढूँढने और आकर्षक सैलरी पाने में मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष:
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