नमस्कार दोस्तों 12th Arts Me Kitne Subject Hote Hai यह एक ऐसा सवाल है जो कई बच्चों को सोचने पर मजबूर करता है, जब वे 10वीं पास करके स्ट्रीम चुनने का फैसला करते हैं।
आर्ट्स में बहुत सारे मजेदार और अलग-अलग सब्जेक्ट होते हैं, जिनमें बच्चों को मानवता, समाज, संस्कृति, भाषा और कला के बारे में पढ़ने का मौका मिलता है।
12वीं में आर्ट्स में पढ़ने के लिए कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं? इनमें से कौन सा सब्जेक्ट आपको पसंद है? इनमें से कौन सा सब्जेक्ट आपके भविष्य के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है? इन सवालों के जवाब जानने के लिए, इस ब्लॉग पोस्ट को पूरा पढ़िए।
![]() |
12th Arts Subjects |
Table of Contents (toc)
12th Arts Me Kitne Subject Hote Hai
आर्ट्स का मतलब है कला। आर्ट्स में आपको कई प्रकार के विषयों का अध्ययन करने का मौका मिलता है, जो आपकी रुचि, योग्यता और करियर के अनुसार हो सकते हैं।
12वीं में आर्ट्स में पढ़ने के लिए कुल मिलाकर पांच सब्जेक्ट होते हैं। इनमें से पहला सब्जेक्ट हिंदी या अंग्रेजी जैसी कोई एक भाषा होती है। बाकी चार सब्जेक्ट आपको चार ग्रुप में से चुनने होते हैं।
ग्रुप A: इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, लोक प्रशासन।
ग्रुप B: संस्कृत, मनोविज्ञान, हिंदी ।
ग्रुप C: गणित, अंग्रेजी।
ग्रुप D: कला, संगीत, नृत्य, चित्रकला, शारीरिक शिक्षा।
महत्वपूर्ण सब्जेक्ट: (सभी और हर स्ट्रीम के लिए जरूरी) अंग्रेजी, हिंदी, भूगोल, राजनीति विज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र।
ऑप्शनल सब्जेक्ट: समाजशास्त्र, संगीत, नृत्य, चित्रकला, फैशन डिजाइनिंग, दर्शनशास्त्र, शारीरिक शिक्षा, मनोविज्ञान, गणित, सामाजिक कार्य आदि।
यह भी पढ़ें – Arts Lene Ke Fayde और 10th Ke Baad Arts Lene Ke Fayde
हिंदी।
इस सब्जेक्ट में हिंदी भाषा, साहित्य, और व्याकरण पढ़ाए जाते हैं। हिंदी सब्जेक्ट में हमें भाषा, साहित्य, व्याकरण और लेखन का अध्ययन कराया जाता है।
इस विषय के अंतर्गत हमें निम्नलिखित मुख्य विषयों पर ध्यान दिया जाता है:
भाषा: इसमें हिंदी भाषा की व्याकरण, शब्दावली, वाक्य रचना और संचार के सिद्धांतों का अध्ययन किया जाता है।
साहित्य: इसमें हमें हिंदी साहित्य, कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास और अन्य लेखकों की रचनाओं का अध्ययन करवाया जाता है।
व्याकरण: हमें हिंदी व्याकरण के नियम, संरचना, वचन, पुरुष, कारक, संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, अव्यय, समास और सन्धि का अध्ययन करवाया जाता है।
लेखन: हमें हिंदी में निबंध लेखन, पत्र लेखन, विज्ञापन लेखन, रिपोर्ट लेखन, लेखक और उपन्यासकारों के जीवन परिचय लेखन, आंदोलन पत्रिका लेखन आदि का अध्ययन करवाया जाता है।
हिंदी सब्जेक्ट हमें हिंदी भाषा के साथ-साथ हमारी सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को समझने, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर विचार करने, सुविधाओं का उपयोग करके अपने विचारों को प्रकट करने और सही तरीके से संवाद करने की कला का अभ्यास कराता है।
यह हमारी भाषा और साहित्यिक विचारधारा को समृद्धि देता है और हमें हमारे सामाजिक संबंधों में सुरक्षा और सम्मान का आनंद लेने में मदद करता है।
अंग्रेजी।
इस सब्जेक्ट में अंग्रेजी भाषा, साहित्य, और व्याकरण सीखाए जाते हैं। अंग्रेजी सब्जेक्ट में हमें भाषा, साहित्य और व्याकरण का अध्ययन करना पड़ता है।
इस विषय के अंतर्गत हमें निम्नलिखित मुख्य विषयों पर ध्यान देना पड़ता है:
भाषा: हमें अंग्रेजी भाषा की व्याकरण, शब्दावली, वाक्य रचना और संचार के सिद्धांतों का अध्ययन करना पड़ता है।
साहित्य: हमें अंग्रेजी साहित्य, कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास और अन्य लेखकों की रचनाओं का अध्ययन करना पड़ता है।
संवादात्मक कौशल: हमें अंग्रेजी में संवादात्मक कौशल, भाषाई व्यवहार, भाषाई प्रसंगों का अध्ययन करना पड़ता है।
यह विषय हमें व्यक्तिगत और पेशेवर स्तर पर अंग्रेजी का उपयोग करने, समझने और लिखने की क्षमता विकसित करता है।
इतिहास।
इसमें आपको भारतीय और विश्व इतिहास का अध्ययन करना पड़ता है।
इतिहास सब्जेक्ट में हमें मानवीय सभ्यता, इतिहासिक घटनाएं, युग, महान व्यक्तियों और साम्राज्यों का अध्ययन करना पड़ता है।
इस विषय के अंतर्गत हमें निम्नलिखित मुख्य विषयों पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है:
प्राचीन इतिहास: हमें प्राचीन सभ्यताओं, युगों, वंशों और महान व्यक्तियों के बारे में पढ़ना पड़ता है।
मध्यकालीन इतिहास: हमें मध्यकालीन समय, साम्राज्य, संस्थाओं और महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।
आधुनिक इतिहास: हमें आधुनिक युग, राष्ट्रीय आंदोलन, राष्ट्रपतियों, संगठनों और वैश्विक घटनाओं के बारे में पढ़ना पड़ता है।
यह विषय हमें मानवीय समाज के इतिहास, सांस्कृतिक विकास और विश्व इतिहास की समझ प्रदान करता है।
भूगोल।
इस सब्जेक्ट में पृथ्वी का भूगोल, प्राकृतिक संसाधन, और नक़्शे के बारे पढ़ाया जाता हैं।
भूगोल सब्जेक्ट में हमें पृथ्वी की स्थिति, उसकी बनावट, जलवायु, पौधों, जंगलों, जनजाति, नदी-समुद्री घाटियों, यातायात और अन्य विषयों का अध्ययन करना पड़ता है।
भूगोल के अंतर्गत हमें निम्नलिखित मुख्य विषयों की जानकारी प्राप्त होती है:
मानचित्र: हमें भूगोलीय मानचित्र, नक्शे और उनके पठनीय तत्वों का अध्ययन करना पड़ता है।
जलवायु: हमें विभिन्न जलवायु जोन, मौसम पैटर्न, बारिश, तापमान, वायुमंडल और अन्य तत्वों की जानकारी प्राप्त होती है।
प्राकृतिक संसाधन: हमें वनस्पति, खनिज संसाधन, जल संसाधन, मिट्टी संसाधन, जलवायु नीति और जलस्रोतों के बारे में जानकारी मिलती है।
यह विषय हमें पृथ्वी की भौगोलिक विशेषताओं, प्राकृतिक संसाधनों और मानवीय गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
राजनीति विज्ञान।
इसमें आपको राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, संविधानिक व्यवस्था, और सामाजिक न्याय का अध्ययन करना पड़ता है।
राजनीति विज्ञान सब्जेक्ट में हमें राजनीतिक प्रणाली, सरकारी नीतियाँ, देशी और विदेशी राजनीतिक मुद्दों का अध्ययन करवाया जाता है। इस विषय के अंतर्गत हमें निम्नलिखित मुख्य विषयों पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है:
सरकारी नीतियाँ: हमें सरकारी नीतियों, शासन प्रक्रियाओं, और सरकारी दलों का अध्ययन किया जाता है।
देश की राजनीति: इसमें देश की राजनीति, राष्ट्रीय नेताओं, राष्ट्रीय दलों, और राष्ट्रीय मुद्दों का अध्ययन किया जाता है।
विदेशी राजनीति: इसमें विदेशी राजनीति, अंतरराष्ट्रीय संगठनों, बाहरी नीतियों, और विदेशी राजनयिकों का अध्ययन किया जाता है।
यह विषय हमें राजनीतिक प्रक्रियाओं, सत्ता के संबंध, और लोकतंत्रिक मूल्यों की समझ प्रदान करता है।
साहित्य।
इस सब्जेक्ट में आपको भाषा, साहित्यिक कृतियाँ, कविताएँ, और नाटकों का अध्ययन करना पड़ता है।
साहित्य सब्जेक्ट में साहित्य का अध्ययन किया जाता है।
इस विषय में हमें निम्नलिखित विषयों पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है:
काव्य और गद्य: हमें काव्य और गद्य की अवधारणाओं, शैलियों और प्रमुख साहित्यिक आंदोलनों का अध्ययन कराया जाता है।
साहित्यिक सिद्धांत: हमें साहित्यिक सिद्धांतों, रस, अलंकार, तत्त्व और रचनात्मक तत्वों का अध्ययन करना पड़ता है।
साहित्यिक आंदोलनों का अध्ययन: हमें प्रमुख साहित्यिक आंदोलनों, युगों और लेखकों का अध्ययन किया जाता है।
यह विषय हमें साहित्य की समझ प्रदान करता है और हमें साहित्य की विभिन्न रचनाओं और साहित्यिक परंपराओं को समझने में मदद करता है।
सामाजिक विज्ञान।
इसमें आपको सामाजिक विज्ञान के विभिन्न पहलुओं, जैसे समाजशास्त्र और मनोविज्ञान, का अध्ययन करना पड़ता है। सामाजिक विज्ञान सब्जेक्ट में हमें सामाजिक विषयों के बारे में सिखाया जाता है।
इस विषय में हम निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं:
समाजशास्त्र: हमें समाज के गठन, संरचना, सामाजिक बाधाएं, संघटना और सामाजिक प्रतिष्ठान का अध्ययन किया जाता है।
सामाजिक विज्ञानिक सिद्धांत: हमें सामाजिक विज्ञान के मूल सिद्धांतों, न्याय, समावेशन, परिवर्तन और समाजशास्त्रिय प्रणाली का अध्ययन किया जाता है।
समाजीकरण: हमें समाजीकरण की प्रक्रिया, सामाजिक बदलाव, आंदोलनों का प्रभाव, और समाज के संगठन का अध्ययन किया जाता है।
यह विषय हमें समाज के विभिन्न पहलुओं, सामाजिक व्यवहार, और सामाजिक परिवर्तन की समझ प्रदान करता है।
मनोविज्ञान।
इस सब्जेक्ट में मनोवैज्ञानिक लक्षण, सिद्धांत, और प्रयोगों का अध्ययन होता है। मनोविज्ञान सब्जेक्ट में हमें मन के संबंधित ज्ञान के बारे में सिखाया जाता है।
इस विषय में हम निम्नलिखित विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हैं:
मनोवैज्ञानिक सिद्धांत: हमें मन के कार्यों और मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का अध्ययन कराया जाता है।
मानसिक प्रक्रियाएं: हमें मानसिक संचार, मानसिक अभिगम, मानसिक तकनीकें और मानसिक विकास की प्रक्रियाओं का अध्ययन करना पड़ता है।
मानसिक स्वास्थ्य: हमें मानसिक स्वास्थ्य, मानसिक रोगों के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी मिलती है।
यह विषय हमें मन की कार्यप्रणाली को समझने और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए आवश्यक ज्ञान प्रदान करता है।
अर्थशास्त्र।
इस सब्जेक्ट में आपको अर्थशास्त्र के मूल सिद्धांत, वाणिज्यिक गतिविधियाँ, और आर्थिक विकास का अध्ययन करना पड़ता है। अर्थशास्त्र सब्जेक्ट में हमें व्यापार, वित्तीय प्रबंधन, आर्थिक विकास और संबंधित मुद्दों के बारे में सीखाया जाता है।
इस विषय के अंतर्गत हमें निम्नलिखित विषयों पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है:
आर्थिक सिद्धांत: हमें विभिन्न आर्थिक सिद्धांतों का अध्ययन कराया जाता है, जैसे कि मानव विकास और समाजशास्त्र।
व्यापार और वित्तीय प्रबंधन: हमें व्यापार, वित्तीय प्रबंधन, बाजार का अध्ययन कराया जाता है, जो की वित्तीय नीतियों और निवेश से संबंधित होता है।
आर्थिक विकास: हमें आर्थिक विकास की प्रक्रिया, आर्थिक नीतियाँ और विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करना पड़ता है।
यह विषय हमें आर्थिक दुनिया को समझने और समाज में आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक ज्ञान प्रदान करता है।
शारीरिक शिक्षा।
शारीरिक शिक्षा सब्जेक्ट में हमें शारीरिक गतिविधियों, स्वास्थ्य और स्वस्थ रहने के बारे में सिखाया जाता है। यह बहुत महत्वपूर्ण सब्जेक्ट है जो हमें शारीरिक विकास, संतुलित जीवनशैली और फिटनेस की जागरूकता देता है। शारीरिक शिक्षा के अंतर्गत हमें निम्नलिखित विषयों पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है:
खेल: हमें विभिन्न खेलों के नियम, तकनीक और अवधारणाओं का अध्ययन कराया जाता है। इससे हमारी सेहत और फिटनेस में सुधार होती है।
शारीरिक शक्ति और सहनशीलता: हमें शारीरिक बल, सहनशीलता और कसरती गतिविधियों के विकास का अध्ययन करना पड़ता है।
योग और ध्यान: हमें योग और ध्यान के महत्व को समझाया जाता है, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।
स्वास्थ्य और स्वच्छता: हमें स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता और व्यक्तिगत स्वच्छता के महत्व के बारे में सिखाया जाता है।
शारीरिक शिक्षा का मुख्य उद्देश्य हमें स्वस्थ, सक्रिय और शारीरिक रूप से प्रगतिशील बनाना है। इससे हमारी टीम स्पिरिट, सहनशीलता और आत्मविश्वास भी बढ़ते हैं।
यह भी पढ़ें – Arts Wale Nursing Kar Sakte Hain Kya