आजकल कंप्यूटर और इंटरनेट से जुड़ी जानकारी होना बहुत जरूरी हो गया है और इससे नौकरी के अवसर भी खुलते हैं। DCA (Diploma in Computer Applications) एक कोर्स है जो आपको कंप्यूटर एवं इंटरनेट के उपयोग के लिए तैयार करता है।
ज्यादातर लोगों को नहीं पता होता कि DCA कोर्स में कितने सब्जेक्ट होते हैं और इन सब्जेक्ट में क्या-क्या पढ़ाया जाता है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको DCA Me Kitne Subject Hote Hai इस विषय पर जानकारी देंगे।
DCA Subject List |
Table of Contents (toc)
DCA Me Kitne Subject Hote Hai
DCA कोर्स क्या होता है ?
DCA (Diploma in Computer Applications) एक कंप्यूटर एवं इंटरनेट से जुड़ा कोर्स होता है जिसमें आपको कंप्यूटर में उपयोग होने वाले सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर और इंटरनेट तकनीकों के बारे में पढ़ाया जाता है।
इस कोर्स में, आपको माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, वेब डिजाइनिंग, कंप्यूटर नेटवर्किंग, प्रोग्रामिंग, डेटाबेस मैनेजमेंट, कंप्यूटर हार्डवेयर, इंटरनेट सक्रियता, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि के बारे में शिक्षा दी जाती है।
DCA कोर्स उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जो कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में अपना करियर बनाना चाहते हैं और उन लोगों के लिए भी यह उपयोगी होता है जो केवल कंप्यूटर से सम्बंधित अधिक ज्ञान हासिल करना चाहते हैं।
DCA में कितने और कौन – कौनसे सब्जेक्ट होते है।
डीसीए (DCA) एक कंप्यूटर एप्लीकेशन कोर्स है जो आपको अपने कंप्यूटर और इंटरनेट का उपयोग करने के लिए तैयार करता है। DCA कोर्स का उद्देश्य छात्रों को कंप्यूटर टेक्नोलॉजी, सॉफ्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम, ऑफिस एवं इंटरनेट तकनीक के विषयों के बारे में जानकारी प्रदान करना है।
DCA में कुल 8 सब्जेक्ट होते हैं जो निम्नलिखित हैं:
1. कंप्यूटर फंडामेंटल्स
2. ऑपरेटिंग सिस्टम
3. माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस
4. इंटरनेट टेक्नोलॉजी और वेब डिजाइनिंग
5. सी और सी++ में प्रोग्रामिंग
6. मल्टीमीडिया
7. डाटा एंट्री और वर्ड प्रोसेसिंग
8. अकाउंटिंग पैकेज (टैली)
नोट – DCA के सब्जेक्ट आपके इंस्टिट्यूट पर निर्भर करते हैं कि आपको कितने और कौन – कौनसे सब्जेक्ट पढ़ाए जा रहे हैं।
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कंप्यूटर फंडामेंटल्स
कंप्यूटर फंडामेंटल्स सब्जेक्ट कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग का एक प्रमुख अंग है। यह सब्जेक्ट कंप्यूटर विज्ञान के मूल तत्वों, प्रोग्रामिंग, डेटा संरचना, अल्गोरिथ्म, डेटा एन्यालिसिस, कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर आदि से संबंधित होता है।
कंप्यूटर फंडामेंटल्स की जानकारी शुरुआती लेवल से लेकर उच्च लेवल तक प्रदान की जाती है।
ऑपरेटिंग सिस्टम
ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) DCA में एक प्रमुख सब्जेक्ट है जो कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच एक संबंध बनाता है। ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर को मार्गदर्शन देता है कि कैसे कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को उपयोग करना है।
ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य उद्देश्य कंप्यूटर उपयोगकर्ता को एक संरचित माध्यम देना है जिसके माध्यम से वह अपने काम को पूरा कर सकता है। इसके लिए, एक ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर हार्डवेयर के लिए एक समन्वित (Integrated) इंटरफेस प्रदान करता है, जो उपयोगकर्ता के द्वारा आदेश दिए जाने पर हार्डवेयर को संचालित करता है।
इसमें अलग-अलग प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows, macOS, Linux) और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम (Android, iOS) के बारे में जानकारी दी जाती है।
इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम की संरचना के बारे में जानकारी दी जाती है, जिसमें फाइल सिस्टम, प्रोसेस आदि शामिल होते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एक सॉफ्टवेयर सुइट है जो माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा विकसित किया गया है। यह एक बहुत ही लोकप्रिय ऑफिस सॉफ्टवेयर है जो उपयोगकर्ताओं को अपने ऑफिस, घर या शैक्षणिक कार्यों को पूरा करने के लिए कई टूल और एप्लिकेशन प्रदान करता है।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सुइट के प्रमुख प्रोडक्ट हैं:
माइक्रोसॉफ्ट वर्ड (Microsoft Word): एक वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर है जो दस्तावेज़ों, पत्रों, रिपोर्टों, और अन्य विभिन्न दस्तावेज़ों के लिए उपयोग में लाया जाता है।
माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल (Microsoft Excel): एक स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर है जो उपयोगकर्ताओं को आंकड़ों, बजटिंग, फाइनेंशियल रिपोर्टिंग और अन्य विभिन्न कामों के लिए उपयोग में लाया जाता है।
माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट (Microsoft PowerPoint): एक प्रस्तुति सॉफ्टवेयर है जो उपयोगकर्ताओं को प्रस्तुतियों, स्लाइड शोज़ और अन्य विभिन्न उपयोगों के लिए उपयोग में लाया जाता है।
माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस (Microsoft Access): एक रिलेशनल डेटाबेस सॉफ्टवेयर है जो डेटा एंट्री, एडिटिंग और मैनेजमेंट के लिए उपयोग में लाया जाता है।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सुइट में अन्य उपयोगी टूल्स होते हैं जैसे कि OneNote, Publisher, SharePoint, Teams और Skype for Business इत्यादि। इन सभी उपकरणों का एक समूह, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सुइट, उपयोगकर्ताओं को उनके काम को आसान बनाने में मदद करता है और वे अपने काम को अधिक अच्छी तरह से संगठित कर सकते हैं।
इंटरनेट टेक्नोलॉजी और वेब डिजाइनिंग
इंटरनेट टेक्नोलॉजी एक विस्तृत शब्द है जो आधुनिक सूचना के लिए उपयोग की जाने वाली तकनीकों का समूह है। इसमें इंटरनेट, नेटवर्क, साइबर सुरक्षा और संचार तकनीक शामिल होती हैं।
वेब डिजाइनिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जो वेबसाइटों को बनाने और उन्हें डिजाइन करने में उपयोग की जाती है। इसमें HTML, CSS, JavaScript जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
इससे उपयोगकर्ताओं को अधिक आकर्षक और अधिक उपयोगी वेबसाइट प्रदान की जा सकती हैं।
सी और सी++ में प्रोग्रामिंग।
सी और सी++ दोनों ही प्रोग्रामिंग भाषाएं हैं, जो कंप्यूटर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में उपयोग की जाती हैं।
सी का उपयोग सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट, सिस्टम प्रोग्रामिंग और एम्बेडेड सिस्टम डिवेलपमेंट में किया जाता है। इसे आसानी से सीखा जा सकता है और इसका उपयोग विभिन्न विषयों में किया जा सकता है।
सी++ भी सी की तरह ही है, लेकिन इसमें ओब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के अधिकार होते हैं। यह प्रोग्रामिंग भाषा शैक्षणिक उद्देश्यों के साथ-साथ सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट, गेम डिवेलपमेंट, डेटा स्ट्रक्चर्स और एल्गोरिथ्म्स में भी उपयोग की जाती है।
दोनों भाषाएं पॉइंटर्स, फंक्शन्स, वेरिएबल्स, ऑपरेटर्स और कन्ट्रोल स्ट्रक्चर्स जैसी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के बेसिक अंगों को समझाने में मदद करती हैं।
मल्टीमीडिया।
मल्टीमीडिया सब्जेक्ट का अर्थ होता है एक साथ विभिन्न प्रकार की सामग्री जैसे फोटो, वीडियो, ऑडियो आदि को शामिल करना। यह विभिन्न वेबसाइट, ऐप्स, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और कम्युनिकेशन प्रोडक्ट्स की तकनीक होती है।
मल्टीमीडिया डिजाइन में विभिन्न एलिमेंट शामिल होते हैं जैसे ग्राफिक डिजाइन, ऑडियो डिजाइन, वीडियो और एनिमेशन डिजाइन, उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस डिजाइन, रिसर्च और टेस्टिंग।
मल्टीमीडिया सब्जेक्ट में क्षेत्रों के कॉम्बिनेशन और नई टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से प्रभावी कम्युनिकेशन प्रदर्शित होती है। इसके लिए आपको क्रिएटिव और टेक्नोलॉजी के दोनों के अच्छे संबंध होने चाहिए।
डाटा एंट्री और वर्ड प्रोसेसिंग।
डेटा एंट्री का मतलब होता है कि विभिन्न ढांचों में डाटा को डाला जाता है ताकि उसे संरचित (Structured) बनाया जा सके। इसके लिए विभिन्न टूल और सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है, जैसे कि MS Excel और Google Sheets आदि।
वर्ड प्रोसेसिंग में विभिन्न शब्दों और वाक्यों को प्रोसेस किया जाता है ताकि उन्हें आसानी से पढ़ा जा सके। इसके लिए कंप्यूटर विभिन्न टूल और सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है, जैसे कि Microsoft Word और Google Docs आदि।
कंप्यूटर इन टूल और सॉफ्टवेयर का उपयोग करके वाक्यों और शब्दों को अलग-अलग रूपों में प्रोसेस करता है, जैसे कि बोलचाल की भाषा, ग्रामर, अंग्रेजी या कुछ अन्य भाषा।
अकाउंटिंग पैकेज (टैली)
अकाउंटिंग पैकेज एक सॉफ्टवेयर है जो एकाउंटिंग के काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल करने से विभिन्न काम आसान होते हैं, जैसे कि खाते, एकाउंटिंग डिपार्टमेंट, बैंक रिकॉन्सिलिएशन, बिलिंग आदि।
टैली भी एक ऐसा ही एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जो विभिन्न व्यवसायों में इस्तेमाल किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर से व्यवसायों की एकाउंटिंग और बुक-कीपिंग प्रक्रियाओं को आसान बनाया जा सकता है जैसे कि बजट बनाना, खाते देखना,एकाउंटिंग रिपोर्ट तैयार करना इत्यादि।
टैली में, व्यवसायों के लिए विभिन्न फीचर्स और मॉड्यूल भी होते हैं जो कि व्यवसाय की आवश्यकताओं के अनुसार चुने जा सकते हैं।
आपको बता दें कि हर सब्जेक्ट महत्वपूर्ण होता है और आपके कंप्यूटर एंड इंटरनेट के ज्ञान के लिए आवश्यक होता है। यह सभी सब्जेक्ट आपको कंप्यूटर और इंटरनेट ज्ञान प्रदान करने वाली जानकारी देते हैं।
DCA कोर्स के सिलेबस के अनुसार, प्रत्येक सब्जेक्ट के लिए परीक्षा होती है जो छात्रों के ज्ञान को मापती है।
DCA कोर्स की अवधि 6 महीने से लेकर 1 साल तक होती है जो आपकी शैक्षणिक योग्यता और कुछ अन्य मामलों पर निर्भर करती है।
DCA कोर्स के अंत में, आपको एक सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है जो आपके लिए करियर के अवसरों के कई द्वार खोल सकता है।
इसलिए, DCA कोर्स आपके लिए बेहद उपयोगी हो सकता है। इस कोर्स में शामिल सभी सब्जेक्ट का अच्छी तरह से पढाई करना बेहद आवश्यक होता है क्योंकि इससे आप अपने कंप्यूटर और इंटरनेट के ज्ञान को होम बेस्ड जॉब या ऑफिस में उपयोग कर सकते हैं।
अगर आप कंप्यूटर और इंटरनेट के बारे में ज्ञान हासिल करना चाहते हैं, तो DCA कोर्स आपके लिए सही हो सकता है।
डीसीए कोर्स की फीस कितनी होती है ?
डीसीए कोर्स की फीस संस्थान पर निर्भर करती है।
- अगर आप किसी छोटे संस्थान से डीसीए कोर्स पूरा करते हैं तो वहां पर आपको यह कोर्स ₹8000 से लेकर ₹10000 में पूरे करा दिया जाता है।
- वहीं अगर आप किसी प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान से डीसीए कोर्स करते हैं तो वहां पर आपको इस कोर्स के लिए ₹20000 से लेकर ₹50000 तक फीस देनी पड सकती है।
- DCA कोर्स 6 महीने से 1 साल का होता है, जिसमे दो सेमेस्टर होते हैं।
हालांकि, यह फीस संस्थाओं के स्थान, इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी, और अन्य उपलब्धियों पर भी निर्भर करती है।
फीस के अलावा, आपको डीसीए कोर्स के लिए अप्लाई करने से पहले अन्य लागतों के बारे में भी जानना चाहिए, जैसे कि रजिस्ट्रेशन फीस और सामग्री की लागत।
DCA करने के फायदे
- DCA करने के बाद आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी मिलती है, जो आपको विभिन्न सेक्टर्स में जॉब पाने में मदद करती है।
- DCA करने के बाद आप कंप्यूटर ऑपरेटर, ग्राफिक डिजाइनर, सी ++ डेवलपर आदि की नौकरी कर सकते हैं।
- DCA करने के बाद आप BCA, MCA, PGDCA आदि उच्च स्तरीय कोर्सेस में प्रवेश पा सकते हैं।
- DCA करने के बाद अच्छी की सैलरी की उम्मीद कर सकते हैं।
- DCA करने के बाद आप घर बैठे भी ऑनलाइन काम कर सकते हैं।
- DCA करने के बाद आप आप स्वयंसेवा के रूप में अपने कंप्यूटर समस्या को ठीक करने में सक्षम हो जाते हैं, जो आपके दोस्तों, परिवार के सदस्यों और साथियों के लिए उपयोगी होता है।
- नौकरी के अवसर कंप्यूटर के ज्ञान को आवश्यक मानते हुए ऑफिस और कम्पनियों में कंप्यूटर सहायता, वेब डिजाइनिंग और डेटा एंट्री जैसे कार्यों के लिए DCA के पास होने से आपके लिए नौकरी के अवसर बढ़ जाते हैं।
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DCA के बाद सैलरी।
DCA या ‘डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन्स’ को कई संस्थानों में प्रदान किया जाता है और इसे पूरा करने के बाद सैलरी की राशि कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है जैसे उद्योग, क्षेत्र, कंपनी, अनुभव और नौकरी का स्थान।
ज्यादातर मामलों में, DCA पूरा करने के बाद आप 10,000 रुपये से 25,000 रुपये प्रति माह तक सैलरी कमा सकते हैं। सैलरी की राशि आपके ज्ञान, कौशल और अनुभव पर भी निर्भर करेगी।
DCA करने के बाद आपका एक्सपीरियंस और स्किल्स बढ़ने पर, आपकी सैलरी 5 लाख सालाना तक जा सकती है।
DCA करने के बाद आप कंप्यूटर ऑपरेटर, ग्राफिक डिजाइनर, सी ++ डेवलपर आदि की नौकरी कर सकते हैं।
FAQ – DCA Me Kitne Subject Hote Hai
Q1. DCA में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
Ans – डीसीए में आमतौर पर 6 से 8 सब्जेक्ट होते हैं। जो हैं: कंप्यूटर फंडामेंटल्स, ऑपरेटिंग सिस्टम, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, इंटरनेट टेक्नोलॉजी और वेब डिजाइनिंग, सी और सी++ में प्रोग्रामिंग, मल्टीमीडिया, डाटा एंट्री और वर्ड प्रोसेसिंग, अकाउंटिंग पैकेज (टैली) आदि।
2. DCA का पूरा फॉर्म क्या होता है?
Ans – डीसीए का पूरा नाम “डिप्लोमा इन कंप्यूटर अप्लीकेशन” होता है।
Q3. DCA की फीस क्या होती है?
Ans – डीसीए की फीस विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा निर्धारित की जाती है। अगर आप किसी छोटे संस्थान से डीसीए कोर्स पूरा करते हैं तो वहां पर आपको यह कोर्स ₹8000 से लेकर ₹10000 में पूरे करा दिया जाता है।, वहीं अगर आप किसी प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान से डीसीए कोर्स करते हैं तो वहां पर आपको इस कोर्स के लिए ₹20000 से लेकर ₹50000 तक फीस देनी पड सकती है।
Q 4. DCA कोर्स पूरा करने के बाद छात्र क्या कर सकते हैं?
Ans – DCA कोर्स पूरा करने के बाद छात्र विभिन्न कंपनियों और सरकारी संस्थाओं में कंप्यूटर ऑपरेटर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, वेब डिजाइनर आदि के पदों पर कर सकते हैं।
निष्कर्ष।
इस आर्टिकल में, हमने DCA Me Kitne Subject Hote Hai इसके बारे में जाना। DCA में 8 सब्जेक्ट होते हैं – इन सब्जेक्ट्स के माध्यम से, आप अपने कैरियर को बेहतर बना सकते हैं और एक उच्च वेतन के साथ अधिक समझदार और सक्रिय रोल में काम कर सकते हैं।
यदि आप अपने विस्तृत ज्ञान को बढ़ाना चाहते हैं और अपने कैरियर को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो आपके लिए DCA एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इसके अलावा, यदि आप कंप्यूटर और ऑफिस ऑटोमेशन में रुचि रखते हैं, तो DCA आपके लिए विकसित और सक्रिय रोल में जाने का मार्ग प्रदान कर सकता है।
ध्यान रखें कि DCA एक छोटा समय सीमा वाला कोर्स है जो आपको बुनियादी लेकिन उपयोगी कंप्यूटर समझ और ऑफिस ऑटोमेशन स्किल सिखाता है। यदि आप शुरुआती स्तर पर हैं और अपने कैरियर में एक उच्च वेतन और सक्रिय रोल चाहते हैं। यह एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।