अध्यापक बनना हर किसी का सपना होता है। एक स्कूल लेक्चरर की नौकरी न केवल उन्हें एक सम्मानित कैरियर प्रदान करती है, बल्कि उन्हें समाज के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका मिलता है।
हालांकि, इस कैरियर में सफल होने के लिए आवश्यकता होती है कि आप अपने शिक्षण स्किल को मजबूत बनाएं और अनुभव प्राप्त करें।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको बताएंगे कि School Lecturer Kaise Bane और इस कैरियर में सफल होने के लिए कौन – कौनसी योग्यता और स्किल की आवश्यकता होती है।
School लेक्चरर कैसे बने |
Table of Contents (toc)
School Lecturer Kaise Bane
School Lecturer क्या होता है ?
School lecturer एक शिक्षक होता है जो स्कूल में शिक्षा प्रदान करता है। वे अपने सब्जेक्ट के आधार पर छात्रों को पढ़ाते हैं और उनको समझाने में मदद करते हैं।
स्कूल लेक्चरर (School Lecturer) वह शिक्षक होते हैं, जो उच्चतर माध्यमिक (Senior Secondary) कक्षाओं में पढ़ाते हैं।
School Lecturer कक्षाएं चलाते हैं, छात्रों के सवालों का जवाब देते हैं, उन्हें असाइनमेंट देते हैं और उनका मूल्यांकन करते हैं।
स्कूल शिक्षक छात्रों को उनकी भविष्य की तैयारी में मदद करने के लिए उन्हें न केवल एक सवाल-जवाब सत्र के रूप में पढ़ाते हैं बल्कि उन्हें जीवन के लिए भी तैयार करते हैं।
School Lecturer बनने के लिए योग्यता।
स्कूल लेक्चरर बनने के लिए, आपको निम्नलिखित शैक्षिक, प्रोफेशनल और पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा
पोस्ट-ग्रेजुएशन
आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में पोस्ट-ग्रेजुएशन (Master’s degree) होनी चाहिए। पोस्ट-ग्रेजुएशन में, आपके कम से कम 55% (50% for SC/ST/OBC candidates) अंक होने चाहिए।
NET/SLET/SET
पोस्ट-ग्रेजुएशन के बाद, आपको UGC-NET (National Eligibility Test), SLET (State Level Eligibility Test) or SET (State Eligibility Test) में सम्मिलित होना होगा।
NET/SLET/SET वे परीक्षाएं हैं, जो उम्मीदवारों को स्कूल लेक्चरर के रूप में योग्यता प्रदान करती हैं। NET (National Eligibility Test) UGC (University Grants Commission) द्वारा आयोजित की जाती है, जो पूरे भारत में मान्य है।
SLET (State Level Eligibility Test) या SET (State Eligibility Test) विभिन्न राज्यों द्वारा आयोजित की जाती है, जो केवल उसी राज्य में मान्य है।
NET/SLET/SET पास करने के बाद, आप स्कूलों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
B.Ed
अगर आप स्कूल लेक्चरर बनना चाहते हैं, तो आपको B.Ed (Bachelor of Education) की डिग्री करनी चाहिए। B.Ed एक शिक्षक ट्रेनिंग का कोर्स है, जो आपको पढ़ाने की स्किल और तरीके सिखाता है। B.Ed सरकारी स्कूलों और कुछ प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने के लिए जरूरी है।
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टीचिंग अनुभव
ज्यादातर स्कूल उन उम्मीदवारों को पसंद करते हैं, जिनका अपने विषय में कुछ टीचिंग अनुभव हो। आप स्कूल या कॉलेज में शिक्षण सहायक, अतिथि लेक्चरर, या पार्ट-टाइम लेक्चरर के रूप में काम करके टीचिंग अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। टीचिंग अनुभव से आपको कम्युनिकेशन कौशल, कक्षा मैनेजमेंट कौशल, और आपके सब्जेक्ट ज्ञान में सुधार होगा।
आवेदन प्रक्रिया
जब आप ऊपर दी गई योग्यताओं को पूरा कर लेते हैं, तो आप स्कूल लेक्चरर के पद के लिए स्कूलों द्वारा विज्ञापित रिक्तियों (Vacancies) के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
School Lecturer बनने के लिए आयु सीमा कितनी होनी चाहिए ?
भारत में स्कूल लेक्चरर बनने के लिए आमतौर पर आपकी आयु 21 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। लेकिन अलग-अलग राज्यों और संस्थाओं में इस आयु सीमा में थोड़ा बदलाव हो सकता है। इसलिए, आपको अपने इच्छित पद के लिए उचित संस्थानों की वेबसाइट पर जाकर उपलब्ध निर्देशिकाओं की जाँच करनी चाहिए।
School Lecturer का सिलेक्शन कैसे होता है?
School Lecturer का सिलेक्शन भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होता है। आमतौर पर, एक स्कूल लेक्चरर की नियुक्ति के लिए निम्नलिखित चरण होते हैं:
1. राज्य स्तरीय शिक्षा विभाग द्वारा नौकरी के लिए नोटिफिकेशन जारी की जाती है।
2. इच्छुक उम्मीदवार ऑनलाइन अप्लाई करते हैं और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करते हैं, जैसे शिक्षण संबंधित डिग्री, आयु प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज।
3. आवेदकों का एक लिखित परीक्षण आयोजित किया जाता है, जो उनकी शिक्षण योग्यता, समझ और अन्य पात्रता मापक होता है।
4. लिखित परीक्षा के बाद, उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
5. इंटरव्यू के बाद, उम्मीदवारों का सिलेक्शन उनके लिखित परीक्षा के परिणाम और इंटरव्यू के परिणामों के आधार पर किया जाता है।
इस तरह से, स्कूल लेक्चरर का सिलेक्शन उम्मीदवारों की योग्यता और अनुभव के आधार पर होता है।
School Lecturer की जॉब कैसे पाए
School lecturer की जॉब प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:
शिक्षा की योग्यता
स्कूल लेक्चरर के पद के लिए आवेदन करने से पहले, आपको अपनी शिक्षा योग्यता को सुनिश्चित करना होगा। आपके पास संबंधित राज्य या केंद्र शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त शिक्षा प्रमाणपत्र होना चाहिए।
टीचिंग अनुभव
स्कूल लेक्चरर के पद के लिए टीचिंग अनुभव का होना बहुत जरुरी होता है। आपके पास अच्छा टीचिंग अनुभव होना चाहिए ताकि आप स्कूल के प्रभावशाली वातावरण में काम कर सकें।
CTET और TET
CTET (Central Teacher Eligibility Test) और TET (Teacher Eligibility Test) जैसी परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना स्कूल लेक्चरर के पद के लिए अपेक्षित होता है। इन परीक्षाओं के बाद आप सरकारी स्कूलों में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
आवेदन करें
संबंधित स्कूलों में आवेदन करें जो आपकी योग्यताओं के अनुरूप होते हैं। आप ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
इन सभी स्टेप्स को फॉलो करने के बाद, आप स्कूल लेक्चरर के पद के लिए योग्य होंगे।
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School Lecturer की सैलरी कितनी होती है ?
स्कूल लेक्चरर की सैलरी भारत में कई फैक्टर पर निर्भर करती है, जैसे कि:
स्कूल का प्रकार
स्कूल लेक्चरर की सैलरी स्कूल के प्रकार पर भी निर्भर करती है, जो सरकारी, प्राइवेट, संस्थागत, आदि हो सकते हैं।
सामान्यत: सरकारी स्कूलों में स्कूल लेक्चरर को 7th Pay Commission के अनुसार मानक मासिक वेतन, ग्रेड पे, डियरनेस एलोवेंस, हाउस रेंट एलोवेंस, मेडिकल एलोवेंस, आदि मिलते हैं, जो 40,000 INR से 60,000 INR (Pay level L-12) तक हो सकते हैं।
प्राइवेट स्कूलों में स्कूल लेक्चरर की सैलरी स्कूल की प्रतिष्ठा, सुविधाएं, प्रदर्शन, प्रमोशन, आदि पर निर्भर करती है, जो 20,000 INR से 50,000 INR (Pay level L-12) तक हो सकती हैं।
स्थान
स्कूल लेक्चरर की सैलरी स्थान पर भी निर्भर करती है, जो शहर,गाँव, आदि हो सकते हैं। शहरो में स्कूल लेक्चरर को 30% – 40% City Compensatory Allowance (CCA) मिलता है, जो महंगाई का मुकाबला करने में मदद करता है।
अनुभव
स्कूल लेक्चरर की सैलरी उनके अनुभव पर भी निर्भर करती है, जो उनके काम की गुणवत्ता, प्रतिबद्धता, प्रभाव, आदि को प्रतिबिंबित करता है।
एक अनुभवी स्कूल लेक्चरर को अपने विषय में अधिक ज्ञान, समझ, आदि होते हैं, जो उनके सैलरी में वृद्धि का कारण होते हैं।
सामान्यत: स्कूल लेक्चरर की सैलरी 3% – 5% Annual Increment (AI) मिलता है, जो उनके अनुभव के साथ-साथ बढ़ता है ।
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FAQ – School Lecturer Kaise Bane
Q1. स्कूल लेक्चरर कैसे बनें?
Ans – आपको शिक्षा प्राप्त करने और अपने सब्जेक्ट की पढाई करनी चाहिए जैसे: संबंधित विषय में ग्रेजुएशन, सम्बंधित विषय में पोस्ट-ग्रेजुएशन / स्नातकोत्तर डिग्री (M.Sc. / M.A. / M.Com) B.Ed डिग्री, प्रतियोगिता परीक्षा में मेरिट में आना, इंटरव्यू में सफल होकर आप School लेक्चरर बन सकते हैं।
Q2. लेक्चरर बनने के लिए कौन से डिग्री लेनी चाहिए ?
Ans – लेक्चरर बनने के लिए आपको कम से कम मास्टर्स डिग्री प्राप्त करनी चाहिए। इसके अलावा, आपको उस विषय में कम से कम 55% के अंक होने चाहिए।
Q3. क्या लेक्चरर बनने के लिए अनुभव जरूरी है?
Ans – हाँ, अनुभव लेक्चरर के रूप में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक होता है। आप संभावित छात्रों के साथ अपने विषय के अलावा उनके परिवेश और जीवन से जुड़े विषयों पर अनुभव रख सकते हैं।
Q4. लेक्चरर बनने के लिए क्या स्किल जरूरी होते हैं?
Ans – संगठनात्मक स्किल, आवश्यक विषय के ज्ञान, संगठनों, महाविद्यालयों और उनके छात्रों के साथ सही ढंग से बातचीत करने की क्षमता और संगठनात्मक अनुभव आपको एक अच्छे लेक्चरर बनाने में मदद करते हैं।
Conclusion
स्कूल में लेक्चरर बनने के लिए आपको अपने सब्जेक्ट से सम्बंधित पढ़ाई में ध्यान देने की जरूरत होती है। आपको मास्टर्स डिग्री और टीचिंग सर्टिफिकेट जैसी योग्यताएं हासिल करनी होगी।
इंटर्नशिप या स्टूडेंट टीचिंग से अनुभव भी जरूरी है। लेक्चरर बनने के लिए कम्युनिकेशन स्किल और संगठन कौशल तो बहुत जरूरी होते ही हैं, साथ ही अपने विषय में उत्साह भी होना चाहिए।
आपको अपनी कक्षाओं को प्रभावी बनाने के लिए वर्तमान शिक्षण तकनीक और टेक्नोलॉजी के साथ अपडेट रहना चाहिए। सफल लेक्चरर बनने के लिए आपको धैर्य और उत्साह से काम करना होगा।
तो दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको यह पोस्ट School Lecturer Kaise Bane जरूर पसंद आई होगी। अगर School Lecturer से संबंधित आपके कुछ Doubts or Queries है तो Please Comment Section में हमें ज़रूर बताएं।