एसपी कैसे बने, यह एक ऐसा सवाल है जो कई युवाओं के मन में होता है। एसपी पुलिस विभाग का एक उच्च पद है, जिसके लिए कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है।
अगर आप भी एसपी बनने का सपना देखते हैं, तो आपको पहले आईपीएस (IPS) या डीएसपी (DSP) का परीक्षा पास करना होगा, फिर प्रमोशन के माध्यम से आपको एसपी का पद मिल सकता है।
आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में ASP Kaise Bane, 12वीं के बाद एसपी कैसे बने और एसपी बनने के लिए कितनी हाइट चाहिए? के बारे में बात करेंगे।
ASP Kya Hota Hai |
Table of Contents (toc)
ASP Kaise Bane
एसपी बनने के लिए के लिए पूरी स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस निचे दिया गया है।
एसपी बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए ?
एसपी बनने के लिए यूपीएससी की परीक्षा पास करना बहुत ज़रूरी है। इस परीक्षा के लिए एक कैंडिडेट का ग्रेजुएट होना चाहिए।
एसपी बनने के लिए उम्र कितनी होनी चाहिए ?
कैंडिडेट की उम्र 21 से 32 साल के बीच होनी चाहिए। ओबीसी वर्ग के लिए उम्र में 3 साल और एससी/एसटी वर्ग के लिए 5 साल की छूट है।
जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट इस परीक्षा को कुल 6 बार, ओबीसी के 9 बार और एससी/एसटी के लिए कोई सीमा नहीं है, वे जितनी बार चाहे परीक्षा दे सकते हैं।
एएसपी बनने के लिए शारीरिक आवश्यकताएं क्या हैं?
एएसपी बनने के लिए पुरुष उम्मीदवार की लंबाई कम से कम 165 सेंटीमीटर और महिला उम्मीदवार की लंबाई कम से कम 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
लंबाई में एससी/एसटी वर्ग के लिए 5 साल की छूट दी जाती है।
पुरुष उम्मीदवार की छाती का साइज 84 सेंटीमीटर और महिला उम्मीदवार का 79 सेंटीमीटर होना चाहिए, जिसमें 5 सेंटीमीटर का फैलाव भी स्वीकार्य है।
पुरुष उम्मीदवार की आँख की रोशनी 6/6 और 6/9 होनी चाहिए जबकि महिला उम्मीदवार के लिए 6/9 से 6/12 तक की रोशनी को स्वीकार किया जाता है।
एसपी का सिलेक्शन प्रोसेस कैसा होता है ?
आपको बता दें कि एएसपी बनने के दो रास्ते हैं।
पहला – राज्य की पीसीएस परीक्षा पास करके डीएसपी बनना। फिर 8-10 साल में प्रमोशन से एएसपी बना दिया जाता है।
दूसरा – यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा पास करना। यूपीएससी के तहत आईएएस, आईपीएस और आईएफएस आती हैं। आईएफएस के अंतर्गत ASP की भर्ती होती है। सिविल सर्विस परीक्षा पास करके सीधे ASP बना जा सकता है।
यूपीएससी की परीक्षा पास करके आईपीएस अधिकारी बनने वालों को 4 साल काम करना होता है। इसमें से पहले 3 साल प्रशिक्षण अवधि होती है। चौथे साल में वास्तविक सेवा देनी होती है।
प्रशिक्षण के दौरान पहले साल एक स्टार, दूसरे साल दो स्टार और तीसरे साल तीन स्टार के साथ आईपीएस लिखा होता है। ये स्टार पद का प्रतीक होते हैं।
एएसपी बनने के लिए यूपीएससी के एग्जाम में कौनसे पेपर होते हैं ?
यूपीएससी की परीक्षा में तीन चरण होते हैं:
1. प्रारंभिक परीक्षा – इसमें जनरल नॉलेज के बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं।
2. मुख्य परीक्षा – इसमें विषयों के व्यापक (Detailed) प्रश्नपत्र होते हैं।
3. इंटरव्यू – अंत में व्यक्तित्व परीक्षण के लिए इंटरव्यू लिया जाता है।
इन तीनों चरणों को पास करना आवश्यक है।
प्रारंभिक एग्जाम।
यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते हैं:
1. जनरल स्टडीज का पेपर – इसमें सामान्य ज्ञान से जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं।
2. सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट का पेपर – इससे उम्मीदवार की सोच और तर्क क्षमता का परीक्षण होता है।
दोनों पेपरों को पास करना अनिवार्य है।
जनरल स्टडीज पेपर।
यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट पेपर में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं। इस पेपर में कुल 100 प्रश्न होते हैं जिनमें से प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होता है।
इस प्रकार पूरे पेपर के अंक 200 होते है। परीक्षा देने के लिए उम्मीदवार को 2 घंटे का समय दिया जाता है।
सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में जनरल स्टडीज पेपर एक क्वालिफाइंग परीक्षा होती है। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions) पूछे जाते हैं।
इस पेपर में कुल 80 प्रश्न होते हैं जिनमें प्रत्येक प्रश्न 2.5 अंक का होता है। इस प्रकार पूरे पेपर के अंक 200 होते है। यह एक क्वालिफाइंग परीक्षा है, इसलिए इसमें प्राप्त अंक मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़े जाते।
परीक्षा देने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है।
मुख्य परीक्षा।
यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं। जिनमें से 7 पेपरों के अंक मेरिट लिस्ट में शामिल होते हैं। ये 7 पेपर हैं –
1. 4 सामान्य अध्ययन पेपर
2. 1 निबंध पेपर
3. 2 वैकल्पिक विषय पेपर
इनके अलावा 2 क्वालिफाइंग पेपर होते हैं –
1. पेपर A – भारतीय भाषा
2. पेपर B – अंग्रेजी भाषा
ये क्वालिफाइंग पेपर होते हैं, इनके अंक मेरिट में नहीं जुड़ते।
सामान्य अध्ययन पेपर।
यूपीएससी के सामान्य अध्ययन पेपरों में निम्न विषयों से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं:
- भारतीय इतिहास – प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- भारतीय संस्कृति
- विश्व भूगोल और भारतीय भूगोल
- प्राकृतिक संसाधन, भारतीय कृषि
- व्यापार और वाणिज्य
- भारतीय राजनीति, अर्थव्यवस्था
- सामान्य विज्ञान
- जीवन शैली और सामाजिक रीति-रिवाज
प्रत्येक पेपर 250 अंक का होता है और अवधि 3 घंटे की होती है।
1 निबंध पेपर।
यूपीएससी का निबंध लेखन (एस्से) पेपर 300 अंक का होता है और इसके लिए परीक्षार्थियों को 3 घंटे का समय दिया जाता है। इस पेपर में विभिन्न विषयों पर निबंध लेखन कौशल को जाँचा जाता है। उम्मीदवारों को दिए गए विषय पर एक लंबा निबंध लिखना होता है।
2 वैकल्पिक विषय पेपर।
यूपीएससी के वैकल्पिक विषय पेपर भी 250-250 अंको के होते हैं। इन पेपरों के लिए उम्मीदवारों को 3-3 घंटे का समय दिया जाता है।
इन पेपरों में कुल 29 विषय विकल्प दिए जाते हैं। उम्मीदवार को इन 29 विषयों में से किसी एक विषय का चयन करना होता है। चुने गए विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
2 (लैंग्वेज पेपर) क्वालिफाइंग पेपर।
यूपीएससी मुख्य परीक्षा के भाषा पेपरों में अंग्रेजी भाषा का पेपर अनिवार्य होता है जो 300 अंक का होता है और इसके लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है।
दूसरा भाषा पेपर उम्मीदवार अपनी पसंद की किसी भी भारतीय भाषा में ले सकता है। यह भी 300 अंक का होता है और इसके लिए भी 3 घंटे का समय मिलता है।
इंटरव्यू।
यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और भाषा पेपर सभी को उत्तीर्ण करने पर उम्मीदवार को 275 अंक के इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
इंटरव्यू में सफल होने पर उम्मीदवार को आईपीएस अधिकारी नियुक्त किया जाता है। नियुक्ति के बाद 3 साल प्रशिक्षण लेना होता है। उसके बाद 1 साल तक सेवा देनी होती है।
1 साल की सेवा पूरी होने पर आईपीएस अधिकारी को ASP के पद पर पदोन्नति दी जाती है।
ASP का क्या काम होता है ?
ASP के काम के प्रमुख काम इस प्रकार हैं:
1. जिले या थाने का प्रशासनिक प्रभारी होता है।
2. कानून व्यवस्था बनाए रखने की ज़िम्मेदारी होती है।
3. अपराध रोकने और अपराधियों को पकड़ने की ड्यूटी होती है।
4. पुलिस कर्मियों का निरीक्षण और नियंत्रण करता है।
5. जनता की शिकायतों का निवारण करता है।
6. वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट देना पड़ता है।
7. आपातकालीन स्थितियों से निपटना पड़ता है।
FAQ – ASP Kaise Bane
Q1. एसपी की सैलरी कितनी होती है ?
उत्तर – भारत में एसपी को वेतन मैट्रिक्स लेवल 11 के तहत वेतन दिया जाता है। इस लेवल में एसपी का बेसिक सैलरी लगभग 67,000 रुपए प्रति माह होता है। इसके अलावा भत्ते और अन्य परिलाभ मिलते हैं। टोटल सैलरी 1.5 लाख से 2 लाख रुपए प्रति माह के करीब होती है। राज्य के हिसाब से और अनुभव के आधार पर सैलरी में अंतर हो सकता है।
Q2. 12वीं के बाद एसपी कैसे बने ?
उत्तर – 12वीं के बाद एसपी बनने का सबसे आम तरीका है – ग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी करना और फिर राज्य पुलिस सेवा परीक्षा (UPSC) देना। इस परीक्षा में सफल होने पर पुलिस में डीएसपी के पद पर भर्ती हो सकते हैं। डीएसपी के पद पर 8-10 साल काम करने के बाद एसपी के पद पर पदोन्नति (Promotion) मिल सकती है। दूसरा रास्ता है – पोस्टग्रेजुएट और फिर यूपीएससी परीक्षा पास करके सीधे एसपी बनना, यह तेज और कठिन रास्ता है।
Q3. एसपी बनने के लिए कितनी हाइट चाहिए?
उत्तर – एसपी बनने के लिए पुरुष उम्मीदवार की हाइट कम से कम 165 सेंटीमीटर और महिला उम्मीदवार की हाइट कम से कम 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए। एससी/एसटी वर्ग के लिए 5 सेंटीमीटर की छूट दी जाती है। तदनुसार उनकी न्यूनतम हाइट पुरुष के लिए 160 सेंटीमीटर और महिला के लिए 145 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
Q4. ASP की फुल फॉर्म क्या होती है ?
उत्तर – ASP का फुल फॉर्म है – Assistant Superintendent of Police और हिंदी में इसे ‘सहायक पुलिस अधीक्षक’ कहा जाता है। भारतीय पुलिस सेवा में यह एक जूनियर रैंक का पद होता है। आईपीएस अधिकारी इस पद पर पहुंचने से पहले उप पुलिस अधीक्षक के पद पर काम करते हैं और ASP एक जिले या थाने का प्रभारी होता है।
निष्कर्ष:
इस ब्लॉग पोस्ट में हमने आपको ASP Kaise Bane के बारे में पूरी जानकारी दी अगर आपके लिए ASP बनना एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। ASP बनना चाहते हैं तो यूपीएससी परीक्षा की अच्छी तैयारी करें।
परीक्षा में अच्छे रैंक प्राप्त करने की कोशिश करें। पुलिस ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षण लें। सेवा काल में काम की गुणवत्ता बनाए रखें।
ईमानदारी और मेहनत से काम करें। तब एसपी बनने का सपना जरूर पूरा होगा। आशा है आपको ASP बनने की प्रक्रिया की जानकारी मिली होगी। शुभकामनाएं!