आज के इस ब्लॉग पोस्ट में, हम बात करेंगे CO के बारे में, और जानेंगे कि Co Kaise Bane, CO का क्या काम होता है और Co Ki Salary Kitni Hoti Hai तो पूरी जानकारी के लिए इस ब्लॉग पोस्ट को अंत तक पढ़ें।
सीओ कैसे बने |
Table of Contents (toc)
Co Kaise Bane
सीओ क्या होता है Co कैसे बने इसके बारे में पूरी जानकारी निचे स्टेप बाय स्टेप दी गई है।
Co क्या होता है ?
सीओ का मतलब होता है सर्कल ऑफिसर और इसको हिंदी में अनुमंडल पदाधिकारी कहते हैं Circle Officer, जो किसी छोटे इलाके का प्रमुख होता है। सीओ को उस इलाके के सब कामों का जिम्मा लेना पड़ता है, जहां वह काम करता है।
सीओ को उस इलाके के सब कामों की निगरानी करनी होती है, और सुनिश्चित करना होता है कि सब काम सही से हों। सीओ को उस इलाके में जो कुछ भी कमी हो, उसे पता करना होता है, और उसे दूर करना होता है।
एक सीओ अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है। वहअपने क्षेत्र के पुलिस बल का नेतृत्व करते हैं।
CO बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए ?
मान्यता प्राप्त बोर्ड से बाहरवीं पास करें।
सीओ बनने के लिए किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद आपको प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा (PCS Exam) के लिए अप्लाई करना होगा और PCS एग्जाम अच्छे अंको से पास करना होगा।
सीओ बनने के लिए आयु सीमा कितनी होनी चाहिए ?
सीओ बनने के लिए आयु सीमा कितनी होनी चाहिए यह आपके केटेगरी के ऊपर निर्भर करता है। सामान्य वर्ग के लिए, न्यूनतम आयु सीमा 21 साल और अधिकतम आयु सीमा 32 साल है।
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए, 3 साल की छूट मिलती है, यानि अधिकतम आयु सीमा 35 साल होती है। अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए, 5 साल की छूट मिलती है, यानि अधिकतम आयु सीमा 37 साल होती है।
सीओ का सिलेक्शन प्रोसेस कैसे होता है ?
CO सिलेक्शन प्रोसेस |
- सीओ का सिलेक्शन प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा (Provincial Civil Service Exam) के दुवारा होता है।
- लोक सेवा आयोग समय-समय पर प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन निकालता है।
- आपको उस समय अप्लाई करना होता है जब PCS एग्जाम के लिए फॉर्म निकलता है।
- PCS एग्जाम तीन स्टेप्स में आयोजित किया जाता है प्रारंभिक एग्जाम, मैन एग्जाम और इंटरव्यू।
- सबसे पहले आपको प्रारंभिक एग्जाम पास करना होता है उसके बाद मैन एग्जाम यानी मुख्य परीक्षा होती है इसके बाद आपका इंटरव्यू होता है।
- इंटरव्यू सफलतापूर्वक क्लियर करने के बाद मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है मेरिट के आधार पर सीओ का सिलेक्शन किया जाता है।
- इसके बाद सिलेक्ट किए गए कैंडिडेट्स ट्रेनिंग होती है ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सीओ की पोस्ट पर नियुक्त किया जाता है।
सीओ एग्जाम सिलेबस में कौन – कौनसे पर्शन पूछे जाते हैं ?
सीओ ऑफिसर एग्जाम तीन स्टेप्स में होता है प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, इंटरव्यू।
प्रारंभिक परीक्षा।
यह पहला स्टेप है, जिसमें लिखित परीक्षा होती है। इस परीक्षा में कागज और कलम से उत्तर देने होते हैं। इसमें दो पेपर होते हैं, जिनमें से प्रत्येक में 200-200 अंक मिलते हैं। प्रत्येक पेपर में विकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनमें से कुछ का चुनाव करके उत्तर देना होता है।
मुख्य परीक्षा।
यह दूसरा स्टेप है, जिसमें लिखित परीक्षा होती है। इस परीक्षा में 8 पेपर होते हैं, जिनमें कुल 1500 अंक मिलते हैं। यह पहली परीक्षा से ज्यादा मुश्किल होती है। इस परीक्षा में वर्णनात्मक प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनके उत्तर में विवरण, उदाहरण, तुलना, प्रतिक्रिया का उपयोग करना होता है।
इंटरव्यू।
यह आखिरी स्टेप होता है जिसमें इंटरव्यू यानी साक्षात्कार होता है। जो लोग पहली और दूसरी परीक्षा में पास होते हैं, उनको साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जाता है। साक्षात्कार में, उनके व्यक्तित्व, सोच, रुचि, लक्ष्य के बारे में पूछा जाता है।
साक्षात्कार में अच्छा प्रदर्शन करने वाले लोगों की लिस्ट (Merit List) बनती है। मेरिट लिस्ट के हिसाब से, CO का चुनाव किया जाता है।
सीओ का क्या काम होता है ?
सर्कल ऑफिसर (CO) पुलिस विभाग का एक अधिकारी होता है, जो डिप्टी सुपरिंटेंडेंट (DSP) के बराबर होता है।
सर्कल ऑफिसर को अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था, सुरक्षा, मामलों की जांच, प्रताड़ना, शिकायतों का निपटारा, सामाजिक न्याय, मनुष्याधिकार के मुद्दों पर ध्यान देना होता है।
सर्कल ऑफिसर को अपने क्षेत्र में पुलिस स्टेशनों, पुलिस पोस्टों, पुलिस प्रहरियों, पुलिस मुहर्रिरों की समीक्षा, प्रशिक्षण, प्रमोशन, सस्पेंशन की जिम्मेदारी होती है।
सर्कल ऑफिसर को अपने क्षेत्र में होने वाली कोई भी घटना, हादसा, दंगा, प्रकोप की सूचना मिलते ही पहुंचना, स्थिति को संभालना, मदद पहुंचाना करना होता है।
सर्कल ऑफिसर को अपने क्षेत्र में होने वाले किसी भी प्रकार के चुनाव, मतदान, मतगणना के समय पुलिस मैनेजमेंट, सुरक्षा मैनेजमेंट करना होता है।