दोस्तों अगर आप पॉलिटेक्निक करने के बारे में सोच रहे है या Polytechnic कोर्स करना चाहते है तो आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि पॉलिटेक्निक में कौन-कौन से कोर्स होते हैं आपको हम यहाँ Polytechnic के सभी कोर्सो को बारे में बताने वाले है
चलिए जानते है Polytechnic कोर्स के बारे में पूरी जानकारी जिन्हें चुन के आप अपना शानदार करियर बना सकते हैं
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पॉलिटेक्निक कोर्स |
Table of Contents (toc)
Polytechnic Me Kaun – Kaun Se Course Hote Hai
दोस्तों नॉर्मली क्या होता है कि छात्र सिर्फ पॉलिटेक्निक के दो-तीन ब्रांच के बारे में जानते रहते हैं और सारे बच्चे इसी के पीछे भागते रहते हैं
जिससे इन कोर्स में बहुत ज्यादा संख्या बढ़ जाती है बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है और जॉब के ऑप्शन बहुत सीमित रह जाते हैं लेकिन दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा कि पॉलिटेक्निक में बहुत सारी ब्रांच होती है बहुत सारी वैराइटीज होती हैं
जिनको आप सेलेक्ट करके उनमें बहुत ही शानदार करियर बना सकते हैं क्योंकि उनमें काफी कम बच्चे होते हैं और आसानी से जब मिलने के चांसेस होते हैं
आप निचे देख सकते हैं की पॉलिटेक्निक ब्रांच की लिस्ट दी गई है
डिप्लोमा इन हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट
हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में काम करने के लिए डिप्लोमा इन हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट एक अच्छा कोर्स है। इस कोर्स में होटल मैनेजमेंट, रेस्टोरेंट मैनेजमेंट, ट्रैवल एजेंसी ऑपरेशन और साथ ही ग्राहक सेवा से जुड़े विषयों को सिखाया जाता है।
इस कोर्स में छात्रों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है। जिससे वे हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
इस कोर्स की अवधि दो साल की होती है इसको पूरा करने के बाद छात्र होटल, रेस्टोरेंट और ट्रैवल एजेंसियों में मैनेजर के पद पर काम कर सकते हैं।
इस तरह डिप्लोमा इन हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में करियर बनाने के लिए एक अच्छा ऑप्शन साबित होता है।
डिप्लोमा इन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के क्षेत्र में काम करने के लिए डिप्लोमा इन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एक अच्छा कोर्स है इस कोर्स में विभिन्न प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे सी, सी++, जावा, पायथन आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। साथ ही वेब डेवलपमेंट, मोबाइल ऐप डेवलपमेंट और डेटाबेस के बारे में भी सिखाया जाता है।
छात्रों को प्रोजेक्ट बनाने के लिए भी मौका दिया जाता है ताकि वे कोडिंग कौशल सीख सकें।
इस कोर्स की अवधि दो साल की होती है। पूरा करने के बाद छात्र सॉफ्टवेयर फर्म, वेब डेवलपमेंट कंपनियों आदि में जूनियर प्रोग्रामर के रूप में काम कर सकते हैं।
इस तरह डिप्लोमा इन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग आईटी इंडस्ट्री में करियर बनाने के लिए एक अच्छा ऑप्शन है।
डिप्लोमा इन एनीमेशन आर्ट एंड डिज़ाइन
एनीमेशन और डिजाइन क्षेत्र में काम करने के इच्छुक लोगों के लिए ‘डिप्लोमा इन एनीमेशन आर्ट एंड डिज़ाइन’ एक अच्छा कोर्स है। इस कोर्स में छात्र 2D और 3D एनीमेशन, कैरेक्टर डिजाइन, ग्राफिक डिजाइन आदि के बारे में सीखते हैं।
इस कोर्स में छात्रों को विभिन्न सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हुए अपने कौशल को विकसित करने का मौका मिलता है।
वे 2D एनीमेशन के लिए सॉफ्टवेयर जैसे एडोब एनिमेट और 3D एनीमेशन के लिए मेया, सिनेमा 4D आदि का इस्तेमाल सीखते हैं।
इस कोर्स की अवधि 2 साल की होती है इस कोर्स पूरा करने के बाद छात्र एनीमेशन स्टूडियो, गेम कंपनियों, फिल्म इंडस्ट्री में काम कर सकते हैं।
यह कोर्स एनीमेशन और ग्राफिक डिजाइन क्षेत्र में करियर बनाने का एक अच्छा ऑप्शन है।
डिप्लोमा इन एस्टेट मैनेजमेंट
रियल एस्टेट और प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सेक्टर में काम करने का शौक रखने वालों के लिए ‘डिप्लोमा इन एस्टेट मैनेजमेंट’ एक अच्छा करियर ऑप्शन है। इस दो साल के कोर्स में छात्र रियल एस्टेट इंडस्ट्री के बारे में जानते हैं।
इस कोर्स में प्रॉपर्टी डेवलपमेंट, लॉ एंड रेगुलेशन, फाइनेंस और एकाउंटिंग, मार्केटिंग और कस्टमर रिलेशन जैसे सब्जेक्ट्स की पढ़ाई होती है।
इस कोर्स को करने के बाद छात्र रियल एस्टेट कंपनियों, हाउसिंग सोसाइटियों, कॉमर्शियल बिल्डिंग्स आदि के प्रॉपर्टी मैनेजमेंट विभाग में काम कर सकते हैं।
यह कोर्स रियल एस्टेट सेक्टर में सफल करियर बनाने का एक अच्छा मौका प्रदान करता है।
डिप्लोमा इन पेट्रोलियम इंजीनियरिंग
पेट्रोलियम और गैस इंडस्ट्री में काम करने के शौकीन लोगों के लिए ‘डिप्लोमा इन पेट्रोलियम इंजीनियरिंग’ एक अच्छा ऑप्शन है। यह तीन वर्ष का एक डिप्लोमा कोर्स है।
इस कोर्स में तेल और गैस के प्रोडक्शन, प्रोसेसिंग, स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन और मार्केटिंग से संबंधित सब्जेक्ट्स की पढ़ाई होती है।
इस कोर्स को पास करने के बाद छात्र तेल कंपनियों, रिफाइनरी, पाइपलाइन या पेट्रोकेमिकल प्लांट में इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं।
यह कोर्स पेट्रोलियम सेक्टर से जुड़े करियर में सफलता हासिल करने का अच्छा मौका प्रदान करता है।
डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्षेत्र में करियर बनाने के शौकीन छात्रों के लिए ‘डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग’ एक अच्छा ऑप्शन है। यह तीन वर्ष का एक डिप्लोमा कोर्स है।
इस कोर्स में मशीनों के डिजाइन, मैनुफैक्चरिंग, मेंटेनेंस और ऑपरेशन से संबंधित विषयों को सिखाया जाता है। छात्र मैकेनिकल सिस्टम, मैनुफैक्चरिंग प्रक्रिया, इंजन और ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग से संबंधित कोर्सेज को पढ़ते हैं।
इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्र ऑटोमोबाइल, मैनुफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग क्षेत्र में काम कर सकते हैं।
यह कोर्स मैकेनिकल इंजीनियरिंग से जुड़े करियर में सफलता हासिल करने का अच्छा मौका प्रदान करता है।
डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग आजकल बहुत लोकप्रिय करियर ऑप्शन में से एक है। जो छात्र ऑटोमोबाइल डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और तकनीकी पक्ष से जुड़े काम करना चाहते हैं, उनके लिए ‘डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग’ एक अच्छा ऑप्शन है।
यह तीन वर्ष का डिप्लोमा कोर्स है जिसमें ऑटोमोबाइल के इंजन, चेसिस, ब्रेकिंग सिस्टम, कूलिंग सिस्टम आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। छात्र इन सब्जेक्ट्स को थ्योरी और प्रैक्टिकल क्लास में सीखते हैं।
इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र ऑटोमोबाइल कंपनियों में टेक्नीशियन या इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं।
यह कोर्स ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग से जुड़े करियर में सफलता हासिल करने का अच्छा मौका प्रदान करता है।
डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग
सिविल इंजीनियरिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सम्मानजनक पेशा है। जो छात्र इमारतों, सड़कों, ब्रिजों, बांधों, पोर्ट्स आदि के निर्माण और डिजाइनिंग से जुड़े काम करना चाहते हैं, उनके लिए ‘डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग’ एक अच्छा ऑप्शन है।
यह तीन साल का पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स है जिसमें सर्वे, संरचनात्मक डिजाइन, ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग, जल संसाधन इंजीनियरिंग जैसे विषयों को गहराई से सिखाया जाता है।
इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्र सरकारी या निजी कंपनियों में सिविल इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं।
यह कोर्स सिविल इंजीनियरिंग क्षेत्र में करियर बनाने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है।
डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग आज के तेजी से बदलते तकनीकी जगत में बेहद महत्वपूर्ण पॉलिटेक्निक ब्रांच है। इस क्षेत्र में काम करने वाले इंजीनियर विद्युत उपकरणों, मशीनों, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और पावर सिस्टम के डिजाइन और डेवलपमेंट में मदद करते हैं।
डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग तीन वर्ष का कोर्स है जो पॉलिटेक्निक से किया जा सकता है। इस कोर्स में बिजली, इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्युनिकेशन, माइक्रो प्रोसेसर और नेटवर्किंग जैसे विषयों को सिखाया जाता है।
इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्र इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं।
यह कोर्स इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्षेत्र में करियर बनाने का एक अच्छा ऑप्शन है।
डिप्लोमा इन आईटी इंजीनियरिंग
आज के समय में आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) क्षेत्र बहुत तेजी से बढ़ रहा है। हर उद्योग और क्षेत्र में आईटी का इस्तेमाल हो रहा है आईटी इंजीनियर इस क्षेत्र में काम करते हैं।
पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा इन आईटी इंजीनियरिंग 3 वर्ष का कोर्स है। इसमें कम्प्यूटर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, नेटवर्किंग, वेब डिजाइनिंग, डेटाबेस और प्रोग्रामिंग जैसे विषय सिखाए जाते हैं।
इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आप आईटी कंपनियों में जूनियर प्रोग्रामर के रूप में काम कर सकते हैं। यह कोर्स आईटी इंजीनियरिंग क्षेत्र में करियर बनाने का अच्छा ऑप्शन है।
डिप्लोमा इन प्रोडक्शन इंजीनियरिंग
आजकल के समय में प्रोडक्शन यानि उत्पादन क्षेत्र बेहद महत्वपूर्ण है। हर तरह के प्रोडक्ट बनाने के लिए प्रोडक्शन प्रोसेस जरूरी होती है। प्रोडक्शन इंजीनियर इस क्षेत्र में काम करते हैं।
पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा इन प्रोडक्शन इंजीनियरिंग 3 वर्ष का कोर्स है। इसमें प्रोडक्शन प्रोसेस, उपकरणों का डिजाइन, कारखाने की योजना, प्रोडक्शन मैनेजमेंट, क्वालिटी कंट्रोल आदि विषय सिखाए जाते हैं।
इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आप उत्पादन इकाइयों में सुपरवाइजर या मैनेजर के रूप में काम कर सकते हैं। यह कोर्स उत्पादन क्षेत्र में करियर बनाने का अच्छा ऑप्शन है।
डिप्लोमा इन टेक्सटाइल इंजीनियरिंग
कपड़े और टेक्सटाइल उद्योग हमारे देश में बहुत बड़ा उद्योग है। हमारे देश में टेक्सटाइल प्रोडक्शन की लंबी परंपरा रही है। आजकल इस क्षेत्र में तकनीक का बहुत इस्तेमाल हो रहा है।
पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा इन टेक्सटाइल इंजीनियरिंग 3 साल का कोर्स है। इसमें कपड़ों के डिजाइन, कपड़ों के उत्पादन की प्रक्रिया, टेक्सटाइल मशीनरी, क्वालिटी कंट्रोल आदि विषय पढ़ाए जाते हैं।
इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप टेक्सटाइल मिल, फैक्ट्री आदि में सुपरवाइजर के रूप में काम कर सकते हैं। यह कोर्स टेक्सटाइल उद्योग में करियर बनाने का अच्छा ऑप्शन होता है।
डिप्लोमा इन प्लास्टिक इंजीनियरिंग
आजकल प्लास्टिक का इस्तेमाल हमारी दिनचर्या में काफी बढ़ गया है। चारों तरफ से प्लास्टिक के प्रोडक्ट देखे जा सकते हैं। प्लास्टिक इंडस्ट्री भी तेजी से बढ़ रही है।
प्लास्टिक इंजीनियरिंग का डिप्लोमा 3 वर्ष का कोर्स है। इसमें प्लास्टिक मेटीरियल, इन्जेक्शन मोल्डिंग, एक्स्ट्रूजन प्रोसेस, प्लास्टिक मशीनरी आदि के बारे में पढ़ाया जाता है।
इस कोर्स को करने के बाद आप प्लास्टिक इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं। आप प्लास्टिक इंजेक्शन मोल्डिंग यूनिट, एक्स्ट्रूजन यूनिट आदि में वर्क कर सकते हैं। यह करियर के लिहाज से एक अच्छा करियर ऑप्शन है।
डिप्लोमा इन बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग
बायोटेक्नोलॉजी आजकल सबसे तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्रों में से एक है। बायोटेक्नोलॉजी में जीव विज्ञान के सिद्धांतों का उपयोग तकनीकी प्रोसेस और प्रोडक्ट्स के डेवलपमेंट में किया जाता है।
बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग का डिप्लोमा 3 साल का कोर्स है। इसमें जैव प्रौद्योगिकी, जीन इंजीनियरिंग, जैव प्रक्रिया इंजीनियरिंग, जैव रसायन विज्ञान आदि के बारे में पढ़ाया जाता है।
इस कोर्स को करने के बाद आप फार्मा कंपनियों, बायोटेक कंपनियों में काम कर सकते हैं। आप नई दवाओं और प्रोडक्ट्स डेवलपमेंट करने में मदद कर सकते हैं। यह करियर भविष्य में बहुत संभावनाओं वाला है।
डिप्लोमा इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग एक बहुत ही रोमांचक और नया क्षेत्र है। इसमें हवाई जहाज, रॉकेट, सैटेलाइट और अंतरिक्ष यान आदि का डिजाइन, निर्माण और टेस्ट किया जाता है।
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग का डिप्लोमा 3 साल का कोर्स है। इसमें विमानन, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, यांत्रिकी, कंप्यूटर ग्राफिक्स आदि विषयों की पढ़ाई होती है।
इस कोर्स को करने के बाद आप एयरोस्पेस कंपनियों, इस्रो, नासा आदि में काम कर सकते हैं। आप हवाई जहाज, रॉकेट या सैटेलाइट बनाने में मदद कर सकते हैं। यह करियर बेहद रोमांचक और भविष्यवादी है।
डिप्लोमा इन एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग
एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग एयरोस्पेस इंजीनियरिंग से संबंधित कोर्स है। इसमें हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर, प्लेन और उनके इंजनों का डिजाइन और डेवलपमेंट किया जाता है।
एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा 3 साल का कोर्स है। इसमें एयरोडायनेमिक्स, इंजन डिजाइन, स्ट्रक्चरल मैकेनिक्स, एयरोस्पेस मैटेरियल आदि विषयों की पढ़ाई होती है।
इस कोर्स से आप एयरोस्पेस कंपनियों में या फिर डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) जैसी जगहों पर काम कर सकते हैं। यह करियर आकर्षक और भविष्यवादी है भविष्यवादी मतलब आने वाले समय में इसकी बहुत मांग है।
डिप्लोमा इन इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग
इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले इंजीनियर इंडस्ट्रीज में इंस्ट्रुमेंट्स और कंट्रोल सिस्टम डिजाइन करते हैं। यह 3 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स है।
इस कोर्स में सेंसर्स, ट्रांसड्यूसर्स, सिग्नल कंडिशनिंग, डाटा एक्विजिशन, प्रोसेस कंट्रोल, डिस्ट्रीब्यूटेड कंट्रोल सिस्टम आदि विषयों की पढ़ाई होती है।
इस कोर्स से पास आउट इंजीनियर रिफाइनरीज, फर्टिलाइजर प्लांट, सीमेंट प्लांट, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री आदि जगहों पर काम कर सकते हैं। यह करियर संभावनाओं से भरपूर है।
डिप्लोमा इन सिरेमिक इंजीनियरिंग
सिरेमिक इंजीनियरिंग एकइंटरेस्टिंग और आकर्षक फील्ड है। इसमें डिप्लोमा कोर्स 3 वर्ष का होता है। सिरेमिक इंजीनियर वस्तुओं का उत्पादन (Production) करने वाली चीजों के डिजाइन, विकास और निर्माण में मदद करते हैं।
इस कोर्स में सिरेमिक पदार्थों की प्रकृति, उनके गुण, निर्माण प्रक्रिया और उनके उपयोग के बारे में सीखा जाता है और कई प्रयोगशाला परियोजनाएं और ट्रेनिंग दी जाती है।
इस कोर्स से पास आउट इंजीनियर सिरेमिक उद्योग, टाइल, सिमेंट और इंजीनियरिंग सामग्री क्षेत्र में काम कर सकते हैं। यह एक बहुत ही रोमांचक और क्रिएटिव करियर है।
डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स कम्युनिकेशन
यह एक दो साल का कोर्स है जो इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्युनिकेशन तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करता है। इसमें डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स, एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक्स, माइक्रोप्रोसेसर, कम्युनिकेशन नेटवर्क, मोबाइल कम्युनिकेशन, फाइबर ऑप्टिक्स आदि के बारे में सिखाया जाता है।
डिप्लोमा इन फैशन इंजीनियरिंग
यह दो साल का पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स है जो फैशन डिजाइनिंग, टेक्सटाइल, क्लोथिंग कंस्ट्रक्शन और फैशन बिजनेस पर फोकस करता है।
हमें कई तरह के फैब्रिक के टेक्सचर, डिजाइन, पैटर्न मेकिंग, गारमेंट तैयार करना सिखाया गया।
यह डिप्लोमा छात्रों को फैशन इंडस्ट्री में डिजाइनर, स्टाइलिस्ट, पैटर्न मेकर, टेक्सटाइल इंजीनियर आदि जैसे करियर ऑप्शन के लिए तैयार करता है।
इससे उन्हें फैशन कला और टेक्सटाइल तकनीक के बारे में पूरी जानकारी मिलती है। इस कोर्स से छात्र फैशन इंडस्ट्री में सफलतापूर्वक काम कर सकते हैं।
डिप्लोमा इन इंटीरियर डेकोरेशन
डिप्लोमा इन इंटीरियर डेकोरेशन एक ऐसा पॉलिटेक्निक कोर्स है जो छात्रों को घर या कार्यालय के अंदरूनी सजावट और डिजाइनिंग से जुड़े कामों के लिए तैयार करती है।
इस कोर्स में छात्रों को रूम प्लानिंग, कलर कोऑर्डिनेशन, फर्नीचर सिलेक्शन, लाइटिंग आदि के बारे में सिखाया जाता है।
यह कोर्स करने वाले छात्र आगे चल कर इंटीरियर डिजाइनर, डेकोरेटर या फर्नीचर स्टोर में काम कर सकते हैं। कुछ लोग अपना प्रोपर बिजनेस भी शुरू करते हैं।
इस तरह यह कोर्स घरेलू और व्यावसायिक दोनों ही जगहों की इंटीरियर डिजाइनिंग में सफलता दिलाता है।
डिप्लोमा इन इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग
इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले छात्रों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, सिस्टम और प्रोसेस को मापने और नियंत्रित करने की तकनीक सिखाई जाती है।
इसमें सेंसर, ट्रांस्ड्यूसर, डाटा एक्विजिशन सिस्टम आदि के बारे में पढ़ाया जाता है।
इस डिप्लोमा को करने वाले छात्र भविष्य में इंडस्ट्रीज में इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर या प्लांट मैनेजर के रूप में काम कर सकते हैं।
कुछ लोग अपना बिजनेस भी शुरू करते हैं यह डिप्लोमा इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमेशन इंडस्ट्री में करियर बनाने में मदद करता है।
डिप्लोमा इन एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग
कृषि इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले छात्रों को कृषि से जुड़ी तकनीकी बातों के बारे में पढ़ाया जाता है। इसमें खेती-बाड़ी की विधियाँ, फसलों का उत्पादन, उर्वरक और रोग प्रबंधन, सिंचाई तकनीक, कृषि उपकरणों का इस्तेमाल आदि सिखाया जाता है।
इस डिप्लोमा को करने वाले छात्र भविष्य में कृषि विभाग में अधिकारी या एक्सटेंशन एक्सपर्ट के रूप में काम कर सकते हैं।
कुछ लोग खुद की खेती भी करते हैं यह डिप्लोमा कृषि क्षेत्र में तकनीकी जानकारी रखने में मदद करता है।
डिप्लोमा इन डेयरी टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग
डेयरी टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग एक उच्च मांग वाला क्षेत्र है जहाँ छात्रों को डेयरी प्रोडक्ट की प्रोसेसिंग और निर्माण के सभी पहलुओं को सीखने के लिए तैयार किया जाता है।
इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र डेयरी उद्योग और टेक्नोलॉजी के एक्सपर्ट्स बन जाते हैं।
इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र डेयरी उद्योग में रोजगार के अच्छे अवसर पा सकते हैं और अपने करियर को शुरू कर सकते हैं।
डिप्लोमा इन मोटरस्पोर्ट इंजीनियरिंग
डिप्लोमा इन मोटरस्पोर्ट इंजीनियरिंग एक तकनीकी पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स है जो अलग – अलग वाहनों के इंजन और उनकी तकनीक के बारे में शिक्षा प्रदान करता है।
इस कोर्स के अंदर छात्रों को वाहनों के इंजन, ट्रांसमिशन, सस्पेंशन, ब्रेक और इलेक्ट्रिकल सिस्टम के बारे में ज्ञान प्रदान किया जाता है।
इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र विभिन्न वाहनों के इंजन और उनकी तकनीक के बारे में पढाई करते हैं और उन्हें वाहनों के इंजन में आने वाली तकनीकी खराबियों को ठीक करने की जानकारी भी होती है।
छात्र इस कोर्स को करने के बाद बेहतर करियर बना सकते हैं और मोटरस्पोर्ट इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं।
निष्कर्ष।
और अगर आपको इससे सम्बंधित अन्य जानकरी चाहिए तो मुझे कमेंट करके जरूर बताए हम आपके सवालो को जवाब जरूर देंगे
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